एक रुपए में 10 लाख रुपए का लाभ, सफर से पहले जरूर दें ध्यान | Benefit of 10 lakh rupees in one rupee, attention before traveling | Patrika News

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एक रुपए में 10 लाख रुपए का लाभ, सफर से पहले जरूर दें ध्यान | Benefit of 10 lakh rupees in one rupee, attention before traveling | Patrika News


पंकज श्रीवास्तव
भोपाल. कोरोना महामारी के बाद अब यात्री अपनी सुरक्षा को लेकर जागरुक हुए हैं। यही कारण है कि रेलवे और बस में सफर करने के लिए टिकट बुक कराते समय अपना बीमा भी करवाने लगे हैं। भोपाल रेल मंडल के रानी कमलापति, भोपाल और बैरागढ़ रेलवे स्टेशन से प्रतिदिन 12 हजार के लगभग यात्री टिकट बेचे जा रहे हैं। 65 फीसदी मामलों में यात्री अतिरिक्त शुल्क देकर यात्री बीमा करवाना पसंद कर रहे हैं।

सफर के दौरान दुर्घटना अथवा नुकसान की भरपाई करता है बीमा

रेलवे: कोरोना के बाद प्रीमियम दर प्रति यात्री एक रुपए हुई

रेलवे मंत्रालय की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई आइआरसीटीसी ने वैकल्पिक यात्रा बीमा योजना के लिए श्रीराम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, आइसीआइसीआइ लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड और रॉयल सुंदरम जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से करार किया है। इस योजना की शुरुआत सितंबर 2016 में हुई थी। शुरुआत में इसका प्रीमियम प्रति यात्री 0.92 रुपए था। भारतीय रेल ने ३1 अगस्त 2018 तक प्रीमियम का खुद वहन किया। इसके बाद प्रीमियम यात्रियों से वसूला जाने लगा और प्रीमियम घटा कर 0.49 रुपए प्रति यात्री कर दिया गया। कोरोना के बाद प्रीमियम दर प्रति यात्री एक रुपए कर दी गई है।

इसलिए बढ़ा रुझान
10 लाख – यात्रा के दौरान दुर्घटना में मृत्यु होने पर परिजनों को एक लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक मुआवजा राशि मिलती है।
7.5 लाख – स्थायी रूप से अपगंता की स्थिति में 7.5 लाख तक मुआवजा।
03 लाख – अस्पताल में भर्ती होने पर पचास हजार से लेकर 3 लाख रुपए तक मुआवजा।
– यात्रा के दौरान दुर्घटना, डकैती, हिंसा जैसे मामले भी मुआवजा।
( नोट: मुआवजा राशि बीमा कंपनियों की पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। )

टैक्सी: केवल 10 प्रतिशत ही लेते हैं बीमा
शहर के सभी बस स्टैंड एवं व्यवसाय क्षेत्रों में मौजूद प्राइवेट टैक्सी ऑपरेटरों के प्रतिष्ठान से लगभग 12000 प्राइवेट छोटी-बड़ी लग्जरी कार चल रहीं हैं। इसके अलावा शहर में लगभग 5 हजार प्राइवेट कैब संचालित हैं। कैब कंपनियां एक रुपए प्रति सवारी की दर पर बीमा प्रदान कर रही हंै, जबकि लोकल ऑपरेटर इस सुविधा शुल्क यात्रा में शामिल नहीं कर रहे हैं। प्राइवेट कैब कंपनी ओला एवं उबर के मुताबिक उनके 90 फीसदी यात्री एंड्राइड एप्लीकेशन के माध्यम से इंश्योरेंस सुविधा का इस्तेमाल कर रहे हैं। प्राइवेट टैक्सी ऑपरेटरों के 10 फीसदी यात्री ही प्राइवेट बीमा करवा कर यात्रा कर रहे हैं।
प्लेन-५० लाख तक का बीमा फ्री
राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट से प्रतिदिन ३8 जोड़ी उड़ानों का संचालन हो रहा है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नई, पुणे, इंदौर के लिए यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या प्रतिमाह 65 हजार तक पहुंच चुकी है। हवाई यात्रा करने वाले शत-प्रतिशत यात्री बीमा करवाने के बाद ही बोर्डिंग कर रहे हैं क्योंकि केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक सभी यात्रियों को फ्री बीमा फायदा दिया जा रहा है। अगर आप आइआरसीटीसी के प्लेटफॉर्म से हवाई टिकट बुक करते हैं तो कंपनी आपको 50 लाख रुपए का यात्रा बीमा मुफ्त में मिलेगा।
बस: करीब ४५ फीसदी बस यात्री करवा रहे बीमा
भोपाल के आइएसबीटी, नादरा, हलालपुर एवं पुतलीघर बस स्टैंड से संचालित होने वाली वोल्वो, स्लीपर, एयर कंडीशन एवं सामान्य श्रेणी की यात्री बसों में प्रतिदिन 20 हजार की संख्या में यात्री सफर कर रहे हैं। इनमें से करीब ४५ फीसदी लोग बीमा करवाते हैं। ऑल इंडिया परमिट एवं इंदौर मार्ग पर चलने वाली वोल्वो एवं एयर कंडीशन बसों के टिकट पर ही यात्रियों को बीमा मिल रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के नियम के मुताबिक हादसे में मौत होने पर यात्री के परिवार को पांच लाख दुर्घटना बीमा प्रावधान है। इसके लिए यात्री को टिकट खरीदते समय एक से पांच रुपए दूरी के हिसाब से बीमा शुल्क अदा करना होता है।

परिवहन सेवाओं में विस्तार हुआ है। यदि टिकट पर बीमा राशि काटी गई है तो इसका फायदा किसी भी घटना-दुर्घटना के समय मिलता है। ज्यादातर कंपनियां बीमा राशि अलग से जोड़कर ग्राहकों से पैसा लेती हैं। हालांकि टिकट बुक करते वक्त इसका ऑप्शन भरना होता है। इससे ग्राहकों के साथ-साथ वाहन कंपनियों को भी फायदा रहता है। कानूनी प्रक्रियाओं में भी यह दस्तावेज काम में आ जाते हैं। देखने में आया है कि कोरोना के बाद इसके प्रति लोग जागरूक हुए हैं।
– संजय वरनवाल, विकास अधिकारी, एलआइसी

केंद्र सरकार के नियमों के अनुसार रेल यात्रियों को बीमा सुविधा का लाभ दिया जाता है। सभी यात्री गाडिय़ों में सोशल डिस्टेंसिंग के तहत की रिजर्वेशन एवं टिकट वितरण किए जा रहे हैं। यह ट्रेंड देखने में आया है कि कोविड पीरियड के बाद यात्रियों में बीमा के प्रति रुझान बढ़ा है। ऑनलाइन टिकट बुक कराने वाले तो ज्यादातर बीमा ऑप्शन चुनते ही हैं।
– राहुल मंडलोई, प्रभारी, आइआरसीटीसी

प्राइवेट कैब इंडस्ट्री में यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। कंपनियां ऑनलाइन इंश्योरेंस सुविधा मुहैया करा रही हैं। कोरोना के बाद लोगों का भी बीमा के प्रति रुझान बढ़ा है।
– मो. नफीस, अध्यक्ष, ओला उबर एसोसिएशन

प्राइवेट बस ऑपरेटर यात्रियों की सुरक्षा के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। हमारे कई बस ऑपरेटर ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर बीमा कवर कर रहे हैं। यह यात्रियों के लिए भी फायदेमंद हैं। ऑनलाइन टिकट बुक करने वाले यात्री इसमें ज्यादा रुचि ले रहे हैं।
– गोविंद शर्मा, अध्यक्ष, प्राइवेट बस ओनर एसोसिएशन

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