‘ऐसा लगता है टीम ने पहले ही मान ली थी हार’, भारत की रणनीति से गावस्कर हैरान
हाइलाइट्स
- साउथ अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को सात विकेट से हराया
- तीन टेस्ट मैचों की सीरीज साउथ अफ्रीका ने 2-1 से अपने नाम की
- चौथी पारी में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए चाहिए थे 212 रन
- सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम की रणनीति पर सवाल उठाए
केपटाउन
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के खिलाफ तीसरे टेस्ट के चौथे दिन लंच के बाद भारतीय टीम की रणनीति (India at South Africa) पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। गावस्कर (Sunil Gavaskar on Indian Team) ने कहा कि ऐसा लगता है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली टीम मैच खत्म होने से पहले ही हार मान (India Lost Test Series in South Africa) चुकी थी।
भारतीय टीम को मैच के चौथे दिन जीत के लिए 8 विकेट की दरकार थी। साउथ अफ्रीका (South Africa Test Series) के सामने चौथी पारी में 212 रन का लक्ष्य था। भारतीय टीम पहले सेशन मे सिर्फ एक ही विकेट ले पाई। साउथ अफ्रीका (South Africa) ने दूसरे सेशन में ही जीत के लिए आवश्यक रनों को हासिल कर लिया। उसने मैच सात विकेट (South Africa Won by 7 Wickets) से जीता। इसके साथ ही उसने तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar Comment on Indian Team) ने कहा, ‘यह मेरे लिए रहस्य है कि आखिर लंच के बाद शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Burma) ने गेंदबाजी क्यों नहीं की। ऐसा लगता है कि जैसे भारत ने लगभग फैसला कर ही लिया था कि वह इस मैच को नहीं जीतने वाले।’
उन्होंने आगे कहा, ‘रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के लिए जो फील्ड लगाई गई थी वह सही नहीं थी। बल्लेबाज आसानी से एक रन ले पा रहे थे। पांच फील्डर्स को दूर लगाया गया था। आपको ऐसी फील्ड लगानी चाहिए थी जिससे बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए खतरा लेना पड़ता। उन्हें आउट करने का यही एक मौका था।’
सुनील गावस्कर ने इसके साथ ही साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों द्वारा दिखाए गए समर्पण की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दूसरे और तीसरे टेस्ट में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने बेहतर खेल दिखाया।
गावस्कर ने कहा, ‘पिचें बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छी नहीं थीं (Pitches in South Africa) लेकिन जिस तरह से साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने जोहानिसबर्ग में खेल दिखाया, जिस तरह की बल्लेबाजी उन्होंने यहां की। इससे इस टीम का चरित्र पता चलता है।’
कीगन पीटरसन (Keegan Petersen) साउथ अफ्रीकी टीम के स्टार रहे। उन्होंने पूरी सीरीज में 276 रन बनाए। इस सीरीज में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। पीटरसन (Petersen) को उनके खेल के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया। साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने सीरीज में 235 रन बनाए।
पीटरसन ने सीरीज में तीन हाफ सेंचुरी लगाईं। इसमें से दो तो उन्होंने तीसरे टेस्ट (72 और 82) रन उन्होंने तीसरे मैच में बनाए। वहीं एल्गर ने पहले और दूसरे टेस्ट की चौथी पारियों में पचासा लगाया।
हाइलाइट्स
- साउथ अफ्रीका ने तीसरे टेस्ट में भारत को सात विकेट से हराया
- तीन टेस्ट मैचों की सीरीज साउथ अफ्रीका ने 2-1 से अपने नाम की
- चौथी पारी में साउथ अफ्रीका को जीत के लिए चाहिए थे 212 रन
- सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम की रणनीति पर सवाल उठाए
महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने साउथ अफ्रीका (India vs South Africa) के खिलाफ तीसरे टेस्ट के चौथे दिन लंच के बाद भारतीय टीम की रणनीति (India at South Africa) पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। गावस्कर (Sunil Gavaskar on Indian Team) ने कहा कि ऐसा लगता है कि विराट कोहली (Virat Kohli) की कप्तानी वाली टीम मैच खत्म होने से पहले ही हार मान (India Lost Test Series in South Africa) चुकी थी।
भारतीय टीम को मैच के चौथे दिन जीत के लिए 8 विकेट की दरकार थी। साउथ अफ्रीका (South Africa Test Series) के सामने चौथी पारी में 212 रन का लक्ष्य था। भारतीय टीम पहले सेशन मे सिर्फ एक ही विकेट ले पाई। साउथ अफ्रीका (South Africa) ने दूसरे सेशन में ही जीत के लिए आवश्यक रनों को हासिल कर लिया। उसने मैच सात विकेट (South Africa Won by 7 Wickets) से जीता। इसके साथ ही उसने तीन मैचों की सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली।
स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar Comment on Indian Team) ने कहा, ‘यह मेरे लिए रहस्य है कि आखिर लंच के बाद शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और जसप्रीत बुमराह (Jasprit Burma) ने गेंदबाजी क्यों नहीं की। ऐसा लगता है कि जैसे भारत ने लगभग फैसला कर ही लिया था कि वह इस मैच को नहीं जीतने वाले।’
उन्होंने आगे कहा, ‘रविचंद्रन अश्विन (Ravichandran Ashwin) के लिए जो फील्ड लगाई गई थी वह सही नहीं थी। बल्लेबाज आसानी से एक रन ले पा रहे थे। पांच फील्डर्स को दूर लगाया गया था। आपको ऐसी फील्ड लगानी चाहिए थी जिससे बल्लेबाजों को रन बनाने के लिए खतरा लेना पड़ता। उन्हें आउट करने का यही एक मौका था।’
सुनील गावस्कर ने इसके साथ ही साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों द्वारा दिखाए गए समर्पण की तारीफ की। उन्होंने कहा कि दूसरे और तीसरे टेस्ट में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों ने बेहतर खेल दिखाया।
गावस्कर ने कहा, ‘पिचें बल्लेबाजी के लिए बहुत अच्छी नहीं थीं (Pitches in South Africa) लेकिन जिस तरह से साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजों ने जोहानिसबर्ग में खेल दिखाया, जिस तरह की बल्लेबाजी उन्होंने यहां की। इससे इस टीम का चरित्र पता चलता है।’
कीगन पीटरसन (Keegan Petersen) साउथ अफ्रीकी टीम के स्टार रहे। उन्होंने पूरी सीरीज में 276 रन बनाए। इस सीरीज में वह सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे। पीटरसन (Petersen) को उनके खेल के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया। साउथ अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर ने सीरीज में 235 रन बनाए।
पीटरसन ने सीरीज में तीन हाफ सेंचुरी लगाईं। इसमें से दो तो उन्होंने तीसरे टेस्ट (72 और 82) रन उन्होंने तीसरे मैच में बनाए। वहीं एल्गर ने पहले और दूसरे टेस्ट की चौथी पारियों में पचासा लगाया।