चीन या अमेरिका में कौन सुपरपावर? हाइपरसोनिक मिसाइल पर ओवैसी ने दागा सवाल

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चीन या अमेरिका में कौन सुपरपावर? हाइपरसोनिक मिसाइल पर ओवैसी ने दागा सवाल

नई दिल्‍ली
अगस्‍त में चीन के हाइपरसोनिक मिसाइल के परीक्षण की खबरें आने के कुछ घंटे बाद ही AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर हमला किया। उन्‍होंने विदेश मंत्रालय से इस पर प्रतिक्रिया मांगी।

इस बारे में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ ओवैसी ने एक ट्वीट किया। इसमें उन्‍होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी टैग किया। उन्‍होंने पूछा, ‘चीन या अमेरिका में से कौन सुपरपावर (बढ़ता या घटता हुआ) है। क्‍या विदेश मंत्रालय इस पर रिऐक्‍ट करेगा। चीन ने हाइपरसोनिक मिसाइल के साथ नई अंतरिक्ष क्षमता का टेस्‍ट किया है।’

ब्रिट‍िश अखबार फाइनेंशियल टाइम्‍स की रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने अंतरिक्ष से हाइपरसोनिक मिसाइल का परीक्षण किया है। बताया जाता है कि यह टेस्‍ट अगस्‍त में किया गया था।

परीक्षण पूरी तरह सफल नहीं रहा
सूत्रों के हवाले से फाइनेंशियल टाइम्‍स ने बताया कि चीनी मिसाइल का परीक्षण पूरी तरह से सफल नहीं रहा। यह अपने लक्ष्‍य से मात्र 32 किमी की दूरी पर गिरी। चीन ने अपने हाइपरसोनिक ग्‍लाइड वीइकल को लॉन्‍ग मार्च रॉकेट से भेजा था। चीन अपने टेस्‍ट की अक्‍सर घोषणा करता है। हालांकि, अगस्‍त में हुए परीक्षण की उसने घोषणा नहीं की थी। इसे बेहद गोपनीय रखा गया।

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पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों की तरह हाइपरसोनिक मिसाइलें परमाणु हथियार डिलीवर कर सकती हैं। ये ध्वनि की गति से पांच गुना से ज्‍यादा रफ्तार से उड़ने में सक्षम होती हैं। बैलिस्टिक मिसाइलों के मुकाबले हाइपरसोनिक मिसाइलें अपने लक्ष्‍य को ज्‍यादा जल्‍दी भेद सकती हैं। हाइपरसोनिक मिसाइल का सबसे महत्वपूर्ण पहलू इसकी पैंतरेबाजी है। इससे इसे ट्रैक करना और बचाव करना कठिन हो जाता है।

आर्म्‍स रेस में कई देश
एएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका जैसे देशों ने क्रूज और बैलिस्टिक मिसाइलों से बचाव के लिए सिस्‍टम विकसित कर लिए हैं। हालांकि, हाइपरसोनिक मिसाइल को ट्रैक करने और इसे मार गिराने की क्षमता पर सवाल हैं।

यूएस कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस (CRS) की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, हाइपरसोनिक और अन्य तकनीकों में अमेरिका की बढ़त को देखते हुए चीन ने आक्रामक तरीके से इस दिशा में काम करना शुरू किया है।

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इस परीक्षण की रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब अमेरिका-चीन के बीच तनाव बढ़ गया है। साथ ही बीजिंग ने ताइवान के नजदीक सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा था कि उनके देश की नई हाइपरसोनिक परमाणु मिसाइलें अमेरिकी शहरों को तबाह करने में सक्षम हैं।

इस महीने की शुरुआत में रूस ने कहा था कि उसने परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बी सेवेरोडविंस्क से अपनी नई जिरकोन हाइपरसोनिक मिसाइल को सफलतापूर्वक लॉन्च किया है।

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