ठंड और प्रदूषण से 30 पर्सेंट तक बढ़ गए हैं हार्ट अटैक के मामले: एक्सपर्ट

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ठंड और प्रदूषण से 30 पर्सेंट तक बढ़ गए हैं हार्ट अटैक के मामले: एक्सपर्ट

नई दिल्ली
दिल्ली में कंपकंपाती ठंड और प्रदूषण की वजह से हार्ट अटैक के मामलों में 30 प्रतिशत तक इजाफा देखा जा रहा है। हार्ट एक्सपर्ट का कहना है कि सर्दी के मौसम में खून की नली संकरी हो जाती है, प्रदूषण और हैवी खान-पान से ब्लड प्रेशर और डायबिटीज अनकंट्रोल हो जाते हैं और यह मरीज के हार्ट अटैक की वजह बन रहा है। सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि युवाओं में हार्ट अटैक के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं, उन्हें इलाज के लिए एडमिट होना पड़ रहा है, स्टेंट लगाना पड़ रहा है।

मैक्स साकेत के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर विवेका कुमार ने बताया कि आज ही सोमवार को एक पुलिस वाला इमरजेंसी में आया। उन्हें एक हफ्ते से ब्लड प्रेशर बढ़ने की परेशानी हो रही थी। उन्होंने इग्नोर किया। मरीज ने बताया कि उन्हें लगा कि एक बार अगर ब्लड प्रेशर की दवा लेंगे तो आदत पड़ जाएगी। इसलिए उन्होंने दवा नहीं ली। नतीजा यह हुआ कि सोमवार को उनकी परेशानी इतनी बढ़ गई कि एडमिट होना पड़ा। जांच में ब्लॉकेज पाया गया और ब्लॉकेज खोलने के लिए एंजियोप्लास्टी कर स्टेंट डाला गया।

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आकाश हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर आशीष अग्रवाल ने बताया कि युवाओं में काफी मामले बढ़ गए हैं। एक महीने पहले एक 28 साल का युवक हार्ट अटैक के बाद एडमिट हुआ था। इसके बाद हाल ही में 32 से 35 साल के दो युवक हार्ट अटैक की वजह से एडमिट हुए। एक युवक को सुबह में चेस्ट में पेन हुआ तो उसने किसी लोकल अस्पताल में इलाज कराया। वहां ईसीजी की तो पता चला कि हार्ट में ब्लॉकेज है। युवक आकाश हॉस्पिटल पहुंचा। हमने जब उसकी एंजियोग्राफी की तो पता चला कि एक नस 100 परसेंट ब्लॉक है। मरीज को डायबिटीज भी थी। उसके ब्लॉकेज के लिए स्टेंट डालना पड़ा। 2 दिन बाद छुट्टी मिली।

डॉक्टर आशीष ने कहा कि इसी प्रकार का एक युवक और था। उसमें भी इसी प्रकार की दिक्कत थी। वह स्मोकर था। उन्होंने कहा कि पिछले एक महीने में डेढ़ से दो गुणा मरीज बढ़ गए हैं। डॉक्टर ने कहा कि सर्दी में खून की नली सिकुड़ जाती है। दूसरा कारण यह है कि ब्लड में प्लेटलेट्स एक सेल होता है, जो ब्लड को थक्का बनाता है। सर्दी के दिनों में यह प्लेटलेट्स ज्यादा काम करने लगती है और इससे थक्का ज्यादा बनने लगता है, जिसकी वजह से क्लॉट बनने का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा कोरोना वायरस में प्रो कॉगलेंट होता है, जो खून को गाढ़ा करता है। इस बार पोस्ट कोविड यानी कोविड से ठीक हुए मरीजों में भी हार्ट अटैक ज्यादा देखा जा रहा है।

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डॉक्टर विवेका ने कहा कि उनके पास आम दिनों की तुलना में 30 पर्सेंट मरीज बढ़ गए हैं। इसकी प्रमुख वजह ठंड और प्रदूषण है। उन्होंने कहा कि ठंड में लोग स्मोकिंग ज्यादा करते हैं, शराब ज्यादा पीते हैं, खाना हैवी हो जाता है, एक्सरसाइज नहीं कर पाते हैं, वजन बढ़ जाता है और इन कारणों से उनका ब्लड प्रेशर और डायबिटीज भी बढ़ जाता है। जिसकी वजह से सर्दी के दिनों में हार्ट अटैक बढ़ जाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सर्दी की वजह से अपनी परेशानी को इग्नोर करते हैं तो कुछ लोग बीमारी को हल्के में लेते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिसवाले ने दवा इसलिए नहीं ली कि आदत पड़ जाएगी, इस प्रकार का इग्नोरेंस खतरनाक हो सकता है।

COLD-SANJEEV

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