दिल्ली में दो कैब ड्राइवर्स की हत्या, राइड के दौरान दोस्ती गांठी फिर सवारियों ने घोंटा गला, कैश लूटकर फरार
हाइलाइट्स
- रामजस ग्राउंड के पास और भारत नगर इलाके से मिली थीं लाशें
- पुलिस को पता चला कि दोनों कैब ड्राइवर्स थे, बुकिंग डिटेल्स निकालीं
- क्लू मिलने पर पकड़े गए अक्कू और जुनैद, कबूला अपना जुर्म
- कैब ड्राइवर आसान शिकार होते हैं, दोस्ती के बहाने मारा: आरोपी
नई दिल्ली
सेंट्रल और नॉर्थ-वेस्ट में दो कैब ड्राइवरों की हत्या के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। लूटपाट के मकसद से हत्या की गई। आरोपियों के पास से तीन मोबाइल और एक कैब की चाबी बरामद की गई। दो कैब ड्राइवरों की हत्या की जांच में पुलिस ने 70 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। सीडीआर देखी और कैब बुकिंग की डिटेल चेक की। इसके बाद आरोपियों का सुराग मिला।
दोस्ताना व्यवहार दिखाकर झांसे में लिया
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया किया कैब ड्राइवरों को लूटने के लिए उन्होंने दोस्त प्रीतम के साथ मिलकर योजना बनाई थी। कैब बुक की और उसमें सवार हो गए। रास्ते में उन्होंने दोस्ती गांठने की कोशिश की। कुछ दूरी का सफर तय करने के बाद उन्होंने पीछे से कैब ड्राइवर का गला घोट दिया। इसके बाद उसका पर्स लेने के बाद बॉडी फुटपाथ के पास ठिकाने लगा दी। कार गुलाबी बाग इलाके में छोड़ दी।
इसके बाद उन्होंने दूसरे कैब ड्राइवर को लूटने के लिए सुबह करीब पौने सात बजे आनंद पर्वत इलाके से दूसरी कैब बुक की। कैब में सवार होने के बाद कुछ दूरी का सफर तय कर उस कैब ड्राइवर का भी पीछे से गला घोट दिया। इसके बाद उसका पर्स और मोबाइल लूटकर गाड़ी में ही बॉडी छोड़कर फरार हो गए।
दो-दो कैब ड्राइवर्स की लाशें मिलीं
डीसीपी श्वेता चौहान के मुताबिक, आरोपियों की पहचान नेहरू नगर निवासी अक्कू उर्फ काश और बलजीत नगर निवासी जुनैद के तौर पर हुई। सात जनवरी की सुबह 9 बजे रामजस ग्राउंड के पास कार के अंदर एक शख्स अचेत हालत में पड़ा मिला। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शरीर पर चोट के निशान नजर नहीं आए, लेकिन मुंह से खून निकला हुआ था। बाद में मृतक की पहचान महावीर एनक्लेव निवासी अनिल यादव के तौर पर हुई। मोबाइल और पर्स मौके से गायब मिला। पुलिस को उसकी पत्नी ने बताया उनके पति सुबह साढ़े छह बजे काम के लिए निकले थे। पुलिस ने आनंद पर्वत थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
कॉल डिटेल से खुला राज
मामले की जांच के दौरान पुलिस को भारत नगर इलाके में एक और कैब ड्राइवर का शव बरामद होने का पता चला। उसकी पहचान नोएडा निवासी छविनाथ के तौर पर हुई। उसकी कार पुलिस को गुलाबी बाग इलाके में लावारिस हालत में मिली थी। गुड़गांव ऑफिस से कैब बुकिंग की डिटेल हासिल की गई। एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया कार सुबह सात या साढ़े बजे से पहले नहीं थी। पुलिस ने मृतक के मोबाइल को टेक्निकल सर्विलांस पर लगाया। कॉल डिटेल निकाली गई। क्लू मिलने के बाद पुलिस ने अक्कू और जुनैद को जखीरा फ्लाइओवर के पास रेलवे लाइन से पकड़ लिया।
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हाइलाइट्स
- रामजस ग्राउंड के पास और भारत नगर इलाके से मिली थीं लाशें
- पुलिस को पता चला कि दोनों कैब ड्राइवर्स थे, बुकिंग डिटेल्स निकालीं
- क्लू मिलने पर पकड़े गए अक्कू और जुनैद, कबूला अपना जुर्म
- कैब ड्राइवर आसान शिकार होते हैं, दोस्ती के बहाने मारा: आरोपी
सेंट्रल और नॉर्थ-वेस्ट में दो कैब ड्राइवरों की हत्या के मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया है। लूटपाट के मकसद से हत्या की गई। आरोपियों के पास से तीन मोबाइल और एक कैब की चाबी बरामद की गई। दो कैब ड्राइवरों की हत्या की जांच में पुलिस ने 70 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाली। सीडीआर देखी और कैब बुकिंग की डिटेल चेक की। इसके बाद आरोपियों का सुराग मिला।
दोस्ताना व्यवहार दिखाकर झांसे में लिया
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया किया कैब ड्राइवरों को लूटने के लिए उन्होंने दोस्त प्रीतम के साथ मिलकर योजना बनाई थी। कैब बुक की और उसमें सवार हो गए। रास्ते में उन्होंने दोस्ती गांठने की कोशिश की। कुछ दूरी का सफर तय करने के बाद उन्होंने पीछे से कैब ड्राइवर का गला घोट दिया। इसके बाद उसका पर्स लेने के बाद बॉडी फुटपाथ के पास ठिकाने लगा दी। कार गुलाबी बाग इलाके में छोड़ दी।
इसके बाद उन्होंने दूसरे कैब ड्राइवर को लूटने के लिए सुबह करीब पौने सात बजे आनंद पर्वत इलाके से दूसरी कैब बुक की। कैब में सवार होने के बाद कुछ दूरी का सफर तय कर उस कैब ड्राइवर का भी पीछे से गला घोट दिया। इसके बाद उसका पर्स और मोबाइल लूटकर गाड़ी में ही बॉडी छोड़कर फरार हो गए।
दो-दो कैब ड्राइवर्स की लाशें मिलीं
डीसीपी श्वेता चौहान के मुताबिक, आरोपियों की पहचान नेहरू नगर निवासी अक्कू उर्फ काश और बलजीत नगर निवासी जुनैद के तौर पर हुई। सात जनवरी की सुबह 9 बजे रामजस ग्राउंड के पास कार के अंदर एक शख्स अचेत हालत में पड़ा मिला। उसे राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। उसके शरीर पर चोट के निशान नजर नहीं आए, लेकिन मुंह से खून निकला हुआ था। बाद में मृतक की पहचान महावीर एनक्लेव निवासी अनिल यादव के तौर पर हुई। मोबाइल और पर्स मौके से गायब मिला। पुलिस को उसकी पत्नी ने बताया उनके पति सुबह साढ़े छह बजे काम के लिए निकले थे। पुलिस ने आनंद पर्वत थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
कॉल डिटेल से खुला राज
मामले की जांच के दौरान पुलिस को भारत नगर इलाके में एक और कैब ड्राइवर का शव बरामद होने का पता चला। उसकी पहचान नोएडा निवासी छविनाथ के तौर पर हुई। उसकी कार पुलिस को गुलाबी बाग इलाके में लावारिस हालत में मिली थी। गुड़गांव ऑफिस से कैब बुकिंग की डिटेल हासिल की गई। एक चश्मदीद ने पुलिस को बताया कार सुबह सात या साढ़े बजे से पहले नहीं थी। पुलिस ने मृतक के मोबाइल को टेक्निकल सर्विलांस पर लगाया। कॉल डिटेल निकाली गई। क्लू मिलने के बाद पुलिस ने अक्कू और जुनैद को जखीरा फ्लाइओवर के पास रेलवे लाइन से पकड़ लिया।