प्राइवेट स्कूलों-कॉलेजों में भी ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ शुरू करेगी दिल्‍ली सरकार

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प्राइवेट स्कूलों-कॉलेजों में भी ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ शुरू करेगी दिल्‍ली सरकार

नई दिल्ली
दिल्ली सरकार के स्कूलों में चल रहे ‘बिजनेस ब्लास्टर्स’ प्रोग्राम के लॉन्च के दो महीने के भीतर 3 लाख स्टूडेंट्स जोड़े जा चुके हैं। एनबीटी को दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बताया कि दिल्ली के एक हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों के इन स्टूडेंट्स ने अपने 51 हजार से ज्यादा बिजनेस आइडिया पर काम शुरू किया है। उन्हें अब तक 60 करोड़ रुपये की सीड मनी दी गई है।

दिल्ली सरकार के स्कूलों में क्लास 11 और 12 के लिए आंत्रप्रेन्योरशिप माइंडसेट करिकुलम (ईएमसी) के तहत सितंबर में सभी सरकारी स्कूलों में ‘बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम’ लॉन्च किया गया, जिसके तहत स्टूडेंट्स में आंत्रप्रेन्योर बनने के गुण विकसित किए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कहते हैं, ‘बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम दुनिया के सबसे बड़े स्टार्टअप प्रोग्राम में से एक है। इसे हमारे स्कूलों के स्टूडेंट्स से काफी शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। स्टूडेंट्स को मेंटरशिप और 2 हजार रुपये की सीड मनी दी जाती है ताकि वो अपना एंटरप्राइज शुरू कर सकें। स्टूडेंट्स को 60 करोड़ रुपये की सीड मनी दी गई है।’

99% स्टूडेंट्स टीम में कर रहे हैं काम
इस प्रोग्राम के तहत 99% स्टूडेंट्स टीम के साथ मिलकर अपना बिजनेस आइडिया डिवेलप करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। सिसोदिया ने कहा कि यह बेहद खुशी की बात है क्योंकि इससे हमारे बच्चे टीम स्पिरिट, टीम वर्क, और लीडरशिप जैसे स्किल्स सीख रहे हैं। उदाहरण के लिए हाल ही में स्टूडेंट्स के एक ग्रुप ने गैस रिसाव को रोकने के लिए अलार्म तैयार किया। इसी तरह, एक और शानदार प्रोजेक्ट ‘पेसो इलेक्ट्रिक स्टेयर्स’ स्टूडेंट निशांत पांडे ने शुरू किया, जो प्रेशर और इम्पैक्ट के माध्यम से इलेक्ट्रिक करंट पैदा करता है। इस प्रोटोटाइप को सीढ़ियों पर लगाकर केवल चलने भर से उस पर लगी लाइट्स को जला सकते हैं। इसी तरह, ‘डिवाइन क्रिएशन्स’ नाम के एक प्रोजेक्ट में स्टूडेंट्स ने मधुबनी पेंटिंग जैसे कलाकृतियों को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बेचकर सिर्फ 4 हजार रुपये की सीड मनी से 28,300 रुपये का प्रॉफिट कमाया।

1000 बिजनेस कोच, यूनिवर्सिटी में डायरेक्ट एडमिशन
बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम को एक सेंट्रल टीम को-ऑर्डिनेट करती है। हर स्कूल में एक ईएमसी को-ऑर्डिनेटर हैं। हर सेक्शन में ईएमसी टीचर भी हैं। मनीष सिसोदिया ने बताया, ‘हम एक हजार बिजनेस कोच को भी इस प्रोग्राम में शामिल करने जा रहे हैं। उनमें आंत्रप्रेन्योरर्स, बिजनेस ओनर्स, कंसल्टेंट और सब्जेक्ट मैटर एक्सपर्ट होंगे, जो स्टूडेंट्स को गाइड करेंगे और उनके बिजनेस आइडिया को बेहतर बनाने में उनकी मदद करेंगे। साथ ही, लाइव आंत्रप्रेन्योर इंटरैक्शन (एलईआई) के माध्यम से स्टूडेंट्स को नामी आंत्रप्रेन्योर्स से बातचीत करने और उनके सफर से सीखने का मौका दिया जाता है।’

दिल्ली सरकार इस प्रोग्राम के साथ स्टूडेंट्स को हायर एजुकेशन में मदद देने के लिए भी तैयार है। डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि प्रोजेक्ट के आधार पर स्टेट लेवल कॉम्पिटिशन में भाग लेने के लिए लगभग 1 हजार बिजनेस आइडियाज को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा। आने वाले समय में बिजनेस ब्लास्टर्स कार्निवल का आयोजन किया जाएगा। टॉप 100 प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि टॉप 10 प्रोजेक्ट में शामिल बच्चों को एनएसयूटी, डीटीयू, आईजीडीटीयूडब्ल्यू और आईपी यूनिवर्सिटी के बीबीए प्रोग्राम में बिना किसी एंट्रेंस के सीधा दाखिला दिया जाएगा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्त्व में दिल्ली में स्टार्टअप पॉलिसी भी शुरू करने जा रहे हैं, जो भविष्य में इन स्टूडेंट्स के लिए भी फायदेमंद होगी।

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