महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने दिए मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत

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महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने दिए मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत

महाराष्ट्र कांग्रेस के नेताओं ने दिए मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत

मुंबई: मुंबई में शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेताओं ने लोकसभा चुनावों के लिए संभावित सीटों की छंटनी और उन सीटों पर कांग्रेस की ताकत का अंदाजा लगाने के लिए समीक्षा बैठक की। बैठक में कांग्रेसियों ने एमवीए के एकजुट रहने और विपक्षी दलों के एकसाथ मिलकर आगामी चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं। दो दिन चलने वाली इस समीक्षा के पहले दिन की मैराथन बैठक में महाराष्ट्र की 24 लोकसभा सीटों की समीक्षा की गई। बैठक के बाद कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले के अलावा पूर्व मुख्यमंत्रियों अशोक चव्हाण, पृथ्वीराज चव्हाण ने मीडिया से बात की। कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं का रुख एमवीए के रूप में मिलकर चुनाव लड़ने का दिखाई दिया। पटोले ने कहा कि बीजेपी को चुनाव में हराना ही एमवीए का कॉमन लक्ष्य होगा। वहीं, अशोक चव्हाण ने कहा कि एमवीए में सीट बंटवारे का आधार सीट जीतने की क्षमता ही होगा। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि एमवीए को जिस तरह से सत्ता से बेदखल किया गया है उससे जनता में भारी आक्रोश है।

पटोले ने कहा कि कांग्रेस संगठन के स्तर पर सभी 48 लोकसभा सीटों पर मजबूत है। हम भले कांग्रेस सभी 48 सीटों की समीक्षा कर रही है लेकिन सीट बंटवारे पर बातचीत करने में कोई समस्या नहीं होगी। हम अधिकतम सीटों पर जीत दर्ज करने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। बीजेपी को हराना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है। राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी का एकमात्र विकल्प कांग्रेस है। पटोले ने कहा कि सीट बंटवारे पर विचार करने के दौरान एमवीए के सहयोगियों वामपंथी दलों, समाजवादी पार्टी, शेकाप के विचारों पर भी गौर किया जाएगा।

कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर फैसला
अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस एक राष्ट्रीय संगठन है और पार्टी कार्यकर्ताओं के फीडबैक के आधार पर फैसला करेगी कि वह राज्य में कितनी लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है । हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मौजूदा राजनीतिक स्थिति के अनुसार और सकारात्मक माहौल में सीटों के बंटवारे पर बातचीत हो। चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक जो तीन- चार बार से लगातार अपनी विधानसभा सीटें जीत रहे हैं, उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए टिकट देने पर विचार किया जाएगा। पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि जिस तरह से महाराष्ट्र की सत्ता से पिछले साल जून में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को बेदखल किया गया, उससे जनता में भारी आक्रोश है। महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों के लिए दो दिवसीय समीक्षा बैठक में राजनीतिक स्थिति का आकलन और राहुल गांधी के नेतृत्व में निकाली गई ‘भारत जोड़ो यात्रा’ और पड़ोसी राज्य कर्नाटक में मिली जीत का महाराष्ट्र की जमीनी राजनीति पर क्या प्रभाव पड़ा है, इसकी समीक्षा की जा रही है।

उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में लड़ाई एमवीए और बीजेपी-शिंदे गठबंधन के बीच होगी। कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) के बीच सीट बंटवारा थोड़ा मुश्किल है, लेकिन सभी घटक चाहते हैं कि एमवीए बना रहे। चव्हाण ने कहा कि राज्य संसदीय बोर्ड इस दो दिवसीय बैठक की रिपोर्ट का विश्लेषण करेगा और इस प्रक्रिया के बाद एमवीए के नेताओं की बैठक होगी, जिसमें सम्मिलित रणनीति पर विचार होगा।

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