मेडिकल स्टोर्स होंगे ऑनलाइन, घर बैठे मिलेगा डॉक्टर्स से इलाज और दवा | Medical stores will be online, treatment and medicine provide at home | Patrika News

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मेडिकल स्टोर्स होंगे ऑनलाइन, घर बैठे मिलेगा डॉक्टर्स से इलाज और दवा | Medical stores will be online, treatment and medicine provide at home | Patrika News


भोपाल। कोरोना की तीसरी लहर की आहट के बीच युवा आंत्रप्रेन्योर लोगों की सुविधा के लिए नए-नए स्टार्टअप ला रहे हैं। स्टार्टअप मेडकॉर्ड्स के को-फाउंडर श्रेयांस मेहता, निखिल बाहेती और सैदा धनावत ने बताया कि देश में इस समय कोविड की विपरीत परिस्थितियां हैं और इसमें हम लोगों के काम आ पा रहे हैं ये मानवता की सेवा का सबसे बड़ा मौका है। हम कोशिश कर रहे हैं कि देश में कहीं भी एक घंटे में लोगों के घर तक मेडिसिन पहुंचा सकें। यही नहीं आधे घंटे के अंदर चिकित्सकों को परामर्श उपलब्ध करवा सकें।

आधे घंटे में मिलेगी सुविधा
श्रेयांस ने बताया कि स्टार्टअप मेडकॉर्ड्स ने मध्‍य प्रदेश में सेवाएं शुरू की हैं। मेडकॉर्ड्स देश का पहला ऐसा स्टार्टअप है जो पूरे मध्‍य प्रदेश के लोगों को स्वास्थ्य लाभ देने के लिए हर सुविधा देगा। आयु ऐप के माध्यम से मध्‍य प्रदेश के लोग घर बैठे देश के बेस्ट डॉक्टर्स से कंसलटेंसी ले सकेंगे। यह कंसल्टेंसी मात्र फोन करने के आधे घंटे के अंदर उपलब्ध करवाई जाएगी। ऐसे में डॉक्टर्स के यहां जाना और लाइन में लगने की समस्या खत्म होगी। ऐप के माध्यम से ही दवा भी घर बैठे निकटतम मेडिकल स्टोर्स (सेहत साथी) से उपलब्ध हो सकेगी। यही नहीं जांच के लिए भी पैथोलॉजी लैब ढूंढने की जरूरत नहीं पड़ेगी। यदि चिकित्सक किसी तरह की जांच के लिए भी सलाह देते हैं तो उसके लिए भी जांच लैब की जानकारी दी जाएगी। डॉक्टर की सलाह से लेकर दवा की उपलब्धता और पैथोलॉजी जांच मुहैया करवाने वाला आयु ऐप एकमात्र स्टार्टअप है।

30 हजार मेडिकल को ऐप से जोड़ा
श्रेयांश मेहता, निखिल बाहेती और सैदा धनावत ने 30 हजार से ज्यादा मेडिकल स्टोर का ऐसा विशाल नेटवर्क तैयार किया है। ऐप की टीम महज एक घंटे से भी कम समय में घर-घर दवाओं की होम डिलेवरी कर रही है। इसकी मदद से मध्‍य प्रदेश के लोगों को घर बैठे ही 5000 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्‍टर्स की सुविधाएं मिल सकेंगी। निखिल का कहना है कि स्टार्टअप से जुड़ने वाले लोगों का हेल्थ कार्ड बनाया जा रहा है। इस हेल्थ कार्ड में हेल्थ हिस्ट्री रखी जा रही है, जिससे वो किसी भी समय देश में कहीं भी विशेषज्ञ डॉक्टर्स से अपनी पुरानी बीमारियों के आधार पर इलाज ले सकता है।

ऐसे शुरू किया स्टार्टअप
धनावत ने बताया कि हम तीन दोस्तों ने मिलकर मई 2017 में इस नवाचार की शुरुआत की। इसके लिए 75 हजार किलोमीटर की यात्रा की, 800 से ज्यादा गांव-कस्बों के अस्पतालों का दौरा किया गया। जाना कि लोगों को किस तरह की परेशानियां आ रही हैं। उनके सामने स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए क्या चुनौतियां हैं। इसके बाद चिकित्सकों से सलाह की, उनकी चुनौतियां समझी और यह शुरुआत की गई।

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