मौसम से पलटा बिजली संकट : बिजलीघरों की 13 यूनिट बंद कराई, डिमांड 5500 मेगावाट गिरी

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मौसम से पलटा बिजली संकट : बिजलीघरों की 13 यूनिट बंद कराई, डिमांड 5500 मेगावाट गिरी

सप्ताहभर पहले बिजली संकट से जूझ रहे राजस्थान के लिए राहत की स्थिति

भवनेश गुप्ता
जयपुर। सप्ताहभर पहले तक बिजली संकट से जूझ रहे प्रदेश में अब बिजली मांग एक साथ 40 फीसदी गिर गई है। मानसून फिर से सक्रिय होने के कारण यहां एक दिन में करीब 8500 मेगावाट बिजली की डिमांड है, जबकि पहले यह 14 हजार मेगावाट को पार कर गई थी। अभी राज्य के बिजलीघरों में से एक साथ 18 यूनिट बंद है, जिसमें से 13 यूनिट बिजली की मांग नहीं होने के कारण बंद करवाई गई है। राज्य विद्युत उत्पादन निगम के बिजलीघरों में 6980 मेगावाट क्षमता की यूनिट है, जिसमें से अभी केवल 2340 मेगावाट की यूनिट से बिजली उत्पादन हो रहा है। इसके बाद उर्जा महकमे ने राहत की सांस ली है। हालांंकि, बिजलीघरों में अभी भी 7 दिन की बजाय 3 से 4 दिन का ही कोयला स्टॉक में है, ऐसे में अब भी क्रिटिकल स्थिति के निर्धारित नियमों से बाहर नहीं आ पाए हैं। अफसरों को उम्मीद है कि एक सप्ताह तक बारिश का दौर चलता रहा तो हालात पहले की तरह सामान्य हो जाएंगे।

कहां क्या स्थिति

1. छबड़ा थर्मल पावर : यहां 2320 मेगावाट क्षमता की 6 यूनिट है। इसमें से चार यूनिट पिछले दिनों हुए हादसे के कारण बंद है, जबकि एक यूनिट में शटडाउन है। केवल 660 मेगावाट की एक ही यूनिट से बिजली उत्पादन हो रहा है।
2. सूरतगढ़ : यहां सब क्रिटिकल की सभी 6 यूनिट बंद है, जिनकी उत्पादन क्षमता 1500 मेगावाट प्रतिदिन है। इसके अलावा सुपर क्रिटिकल की दो में से एक इकाई भी बंद करवाई गई है।
3. कोटा थर्मल : सात में से 5 यूनिट को बंद कराया गया है, जिनकी उत्पादन क्षमता 820 मेगावाट है। इनमें से तीन यूनिट रविवार को ही बंद की गई।
4. कालीसिंध : 600 मेगावाट क्षमता की एक यूनिट बंद करा दी गई। केवल एक यूनिट ही संचालित हो रही है।
5. अडानी व राजवेस्ट : अडानी पावर की दोनों यूनिट से बिजली ले रहे हैं। इसी तरह राजवेस्ट की 8 में से 7 यूनिट से बिजली उत्पादन चालू है।

अब कोयला की 17 रैक मिल रही
राज्य के ऊर्जा मंत्री बी.डी कल्ला के दिल्ली पहुंचने और फिर केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रल्हाद जोशी के हस्तक्षेप के बाद प्रदेश के बिजलीघरों को अब हर दिन कोयले की 16 से 17 रैक मिल रही है। एक रैक में 4 हजार टन कोयला होता है। इस तरह 68 हजार टन कोयला आ रहा है। इस सिलसिले में ऊर्जा मंत्री 7 सितम्बर को भी दिल्ली में कोयला मंत्री और रेल मंत्री से मिल चुके हैं।

फैक्ट फाइल
-6980 मेगावाट क्षमता के बिजलीघर हैं उत्पादन निगम के
-2340 मेगावाट क्षमता की यूनिट से हो रहा बिजली उत्पादन
-4640 मेगावाट क्षमता की यूनिट हैं अभी बंद
-6000 मेगावाट बिजली सौर व विंड ऊर्जा और अनुबंधित निजी बिजलीघरों से ले रहे
-5500 मेगावाट बिजली की डिमांड कम हुई है पहले से





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