यूपी टीईटी पेपर लीक मामला: बसपा सांसद संगीता आजाद की केंद्र से हस्तक्षेप की मांग, अखिलेश ने लगाया बड़ा आरोप | UPTET Exam 2021 Paper Leak Akhilesh Yadav allegation on Government | Patrika News
लखनऊ. उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में सियासत गरमाती जा रही है। बुधवार को बांदा में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने यूपी के योगी आदित्यनाथ सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कि सरकार ने जानबूझ कर पेपर लीक कराया है। उन्होंने कहा कि सरकार नौकरी नहीं देना चाहती है। वहीं बुधवार को ही लोकसभा में भी टीईटी के पेपर लीक होने का मुद्दा गूंजा। बहुजन समाज पार्टी की सांसद संगीता आजाद ने शून्यकाल में मामला उठाते हुए केंद्र से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
जानबूझ कर लीक कराया गया पेपर- अखिलेश
बांदा में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी टीईटी पेपर लीक कांड को लेकर बुधवार को बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह पेपर लीक जानबूझकर कराया गया है। सरकार, नौकरी नहीं देना चाहती है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा का फूल झूठ का फूल हैं। झूठ के फूल में खुशबू नहीं आती। उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि वो दमदार सरकार है। यह सरकार सिर्फ झूठ बोलने में दमदार है। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने बीएड और शिक्षमित्रों से वादा किया था। साढ़े चार साल पूरे हो गए। साढ़े चार साल हो गए और अब टेबलेट देने का आश्वासन दे रहे हैं।
लोकसभा में बसपा सांसद संगीता आजाद ने उठाया मुद्दा
उत्तर प्रदेश में 28 नवंबर को आयोजित हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा का पेपर लीक होने का मामला बुधवार को लोकसभा में उठा और केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप कर पीड़ित अभ्यर्थियों को जरूरी मदद करने की अपील की गई। इस मामले को बसपा सांसद संगीता आजाद ने शून्यकाल में उठाया। उन्होंने कहा कि यूपी में पिछले पांच साल से लगातार कई प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं। लेकिन दोषियों को कड़ा दंड नहीं मिला है, जिसके कारण उनके हौसले बढ़ रहे हैं और लगातार पेपर लीक की घटनाएं हो रही हैं।
युवाओं के हित में तुरंत आयोजित करायी जाए परीक्षा
उन्होंने कहा कि प्रभावित युवाओं के हित के लिए इन परीक्षाओं को तुरंत दोबारा आयोजित किया जाना चाहिए और जिन बच्चों की उम्र निकल रही है उनको छूट दी जानी चाहिए। इसके साथ ही परीक्षा केंद्रों पर आने जाने के लिए परीक्षार्थियों को भत्ता दिया जाना चाहिए। बसपा सांसद ने कहा कि हर साल दो करोड़ युवाओं को रोजगार देने का दावा करने वाली सरकार के शासन में लगातार पेपर लीक हो रहे हैं। संगीता आजाद का कहना था कि वर्ष 2017 में दो परीक्षाएं एवं वर्ष 2018 में पांच प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हुए हैं और ताजा घटना टीईटी की है।