राजस्थान विश्वविद्यालय को जल्द मिलेंगे 100 से अधिक प्रोफेसर

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राजस्थान विश्वविद्यालय को जल्द मिलेंगे 100 से अधिक प्रोफेसर

सीएएस के साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी
सिंडीकेट की बैठक में खोले जाएंगे लिफाफे

जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय को जल्द ही 100 से अधिक नए प्रोफेसर मिलने वाले हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन से एडवांसमेंट स्कीम यानी सीएएस के साक्षात्कार की प्रक्रिया रविवार को पूरी कर ली। अब विवि प्रशासन जल्द ही सिंडीकेट की विशेष बैठक बुलाकर सीएएस के लिफाफे खोलने की कार्यवाही करेगा। लिफाफे खुलते ही विश्वविद्यालय को 100 से अधिक नए प्रोफेसर्स मिल जाएंगे।
सरकार ने दिए थे निर्देश
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने विश्वविद्यालय को 30 सितंबर तक सीएएस की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद विश्वविद्यालय ने साक्षात्कार की प्रक्रिया को रविवार को पूरा कर लिया। विश्वविद्यालय ने मार्च में सीएएस के साक्षात्कार की प्रक्रिया शुरू की थी जो कोविड के कारण रोकनी पड़ी। इसके बाद फिर सरकार ने 30 सितंबर तक प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए। इसके बाद विश्वविद्यालय ने 11 अगस्त से साक्षात्कार की प्रक्रिया फिर से शुरू की।
272 शिक्षकों ने किए थे आवेदन, करीब 150 हो गए सेवानिवृत
गौरतलब है कि विश्वविद्यालय ने एसोसिएट प्रोफेसर्स को प्रोफेसर पद पर पदोन्नत करने के लिए 2013-14 में आवेदन लिए थे। उस दौरान 272 एसोसिएट प्रोफेसरों ने प्रोफेसर पद पर प्रमोशन के लिए आवेदन किया था। इन सभी शिक्षकों को प्रमोशन का लाभ 2012 से मिलना है। सीएएस की प्रक्रिया समय पर शुरू नहीं होने से करीब 150 शिक्षक सेवानिवृत हो गएए इनमें से कई का तो निधन भी हो चुका है।
शोध की बढ़ जाएगी 200 सीटें
राजस्थान विश्वविद्यालय में सीएएस के लिफाफे खुलने के बाद शोध की गुणवत्ता और शैक्षणिक वातावरण में सुधार होगा। सिंडीकेट की बैठक होते ही 100 से अधिक एसोसिएट प्रोफेसर्स का प्रोफेसर पद पर प्रमोशन होगा। एसोसिएट प्रोफेसर एक साथ छह विद्यार्थियों को शोध करवा सकता है, जबकि प्रोफेसर आठ को शोध करवा सकता है। सीएएस के लिफाफे खुलते ही 100 से अधिक नए प्रोफेसर मिलेंगे, इससे विश्वविद्यालय में शोध की 200 से अधिक सीटें बढ़ जांएगी।
नेक में होगा फायदा
राजस्थान विश्वविद्यालय का नेक से ए ग्रेड का जो दर्जा मिला हुआ था, वो मार्च में ही समाप्त हो चुका है। विश्वविद्यालय अब फिर से नेक फिर ग्रेड प्राप्त करने की कवायद कर रहा है। कुछ समय बाद नेक की टीम विश्वविद्यालय का दौरा करने के लिए आएगी, उस दौरान विवि में 100 से अधिक प्रोफेसर होंगे। वहीं वर्ततमान में मात्र चार ही प्रोफेसर ही हैं। प्रोफेसर बढऩे से विश्वविद्यालय को नेक से ए या फिर ए प्लस का दर्जा मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
इनका ये कहना
विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीएएस के साक्षात्कार की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। जल्द ही सिंडीकेट की बैठक बुलवा कर लिफाफे खोले जाएंगे। जिससे विवि को नए नए प्रोफेसर मिल सकेंगे।
प्रो.राजीव जैन, कुलपति, राजस्थान विवि



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