वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत केवल 5% के लिए जिम्मेदार, जानें जलवायु चुनौती से निपटने पर क्या है पीएम मोदी का विजन

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वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत केवल 5% के लिए जिम्मेदार, जानें जलवायु चुनौती से निपटने पर क्या है पीएम मोदी का विजन

नई दिल्ली
दुनिया की 17 फीसदी आबादी भारत में बसती है। भले ही वैश्विक कार्बन उत्सर्जन में भारत का योगदान महज 5 फीसदी है लेकिन जलवायु चुनौती से निपटने को लेकर देश की प्रतिबद्धता 100 फीसदी है। यह बात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम में कही है। सोमवार को वर्ल्ड इकनॉमिक फोरम (World Economic Forum) के दावोस एजेंडा में पीएम मोदी का विशेष संबोधन ‘विश्व की वर्तमान स्थिति (स्टेट ऑफ द वर्ल्ड)’ पर था। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित किया।

पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत वर्तमान के साथ ही अगले 25 वर्षों के लक्ष्य को लेकर नीतियां बना रहा है, निर्णय ले रहा है। इस कालखंड में भारत ने हाई ग्रोथ के, कल्याण और वेलनेस की परिपूर्णता के लक्ष्य रखे हैं। ग्रोथ का ये कालखंड ग्रीन भी होगा, क्लीन भी होगा, टिकाऊ भी होगा, भरोसेमंद भी होगा।

2070 तक नेट जीरो एमिशन का टारगेट
ग्लोबल गुड के लिए बड़े कमिटमेंट्स करने और उन पर खरा उतरने की परंपरा को जारी रखते हुए, हमने 2070 तक नेट जीरो एमिशन का टारगेट भी रखा है। दुनिया की 17 प्रतिशत आबादी वाला भारत भले ही ग्लोबल कार्बन एमिशन में 5 फीसदी कॉन्ट्रीब्यूट करता हो, लेकिन क्लाइमेट चैलेंज से निपटने के लिए हमारी प्रतिबद्धता 100 परसेंट है। इंटरनेशनल सोलर अलायंस और जलवायु अनुकूलन के लिए आपदा-रिजीलिएन्ट इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए गठबंधन जैसी पहल इसका प्रमाण हैं। बीते वर्षों के प्रयासों का नतीजा है कि आज हमारे एनर्जी मिक्स का 40 प्रतिशत हिस्सा नॉन फॉसिल सोर्सेज से आ रहा है। भारत ने पेरिस में जो ऐलान किया था, वह हम टारगेट से 9 साल पहले ही प्राप्त कर चुके हैं।

भारत में निवेश का यह बेस्ट टाइम
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में इन्वेस्टमेंट का यह सबसे बेस्ट टाइम है। भारतीय युवाओं में आज एंटरप्रेन्योरशिप एक नई ऊंचाई पर है। 2014 में जहां भारत में कुछ सौ रजिस्टर्ड स्टार्ट अप थे। वहीं आज इनकी संख्या 60 हजार के पार हो चुकी है। इसमें भी 80 से ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं, जिसमें से 40 से ज्यादा तो 2021 में ही बने हैं। पीएम ने कहा, भारत दुनिया में रिकॉर्ड सॉफ्टवेयर इंजीनियर भेज रहा है। 50 लाख से ज्यादा सॉफ्टवेयर डेवलपर भारत में काम कर रहे हैं। आज भारत में दुनिया में तीसरे नंबर के सबसे ज्यादा यूनिकॉर्न्स हैं। 10 हजार से ज्यादा स्टार्ट-अप्स पिछले 6 महीने में रजिस्टर हुए हैं। आज भारत के पास विश्व का बड़ा, सुरक्षित और सफल डिजिटल पेमेंट्स प्लेटफॉर्म है। सिर्फ पिछले महीने की ही बात करें तो भारत में यूपीआई के माध्यम से 4.4 अरब ट्रांजेक्शन हुए हैं।

Ease of Doing Business को दे रहे बढ़ावा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में बिजनेस के लिए जो भी चुनौतियां रही हैं, वे मैं समझता हूं। हम लगातार प्रयास कर रहे हैं कि हर चुनौती को दूर करें। आज भारत Ease of Doing Business को बढ़ावा दे रहा है, सरकार के दखल को कम कर रहा है। भारत ने अपने कॉरपोरेट टैक्स रेट्स को सरल करके, कम करके, उसे दुनिया में मोस्ट कॉम्पिटीटिव बनाया है। बीते साल ही हमने 25 हजार से ज्यादा कंप्लायंसेज कम किए हैं। भारत ने रेट्रोस्पेक्टिव टैक्सेज जैसे कदमों में सुधार करके, बिजनेस कम्युनिटी का विश्वास लौटाया है। भारत ने ड्रोन्स, स्पेस, जियो पॉलिटिकल मैपिंग जैसे कई सेक्टर्स को भी डिरेगुलेट कर दिया है। भारत ने IT सेक्टर और BPO से जुड़े आउटडेटेड टेलिकॉम रेगुलेशंस में बड़े रिफॉर्म्स किए हैं।

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