सीएससी ने रेलेटेल से मिलाया हाथ, अब गांवों-कस्बों में आसानी से मिलेगा तेज इंटरनेट कनेक्शन

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सीएससी ने रेलेटेल से मिलाया हाथ, अब गांवों-कस्बों में आसानी से मिलेगा तेज इंटरनेट कनेक्शन

हाइलाइट्स

  • अब गांवों और कस्बों में भी ऑप्टिकल फाइबर पर आधारित तेज इंटरनेट कनेक्शन मिल सकेगा
  • इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर ने रेल मंत्रालय की कंपनी रेलटेल कॉरपोरेशन से हाथ मिलाया है
  • इसी के साथ अब इसने डिजिटल पेमेंट सिस्टम सीएससी पे भी शुरू करने की घोषणा की है

नई दिल्ली
अब गांवों और कस्बों में भी ऑप्टिकल फाइबर (OFC) पर आधारित तेज इंटरनेट कनेक्शन (Internet Connection) मिल सकेगा। इसके लिए केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (IT Ministry) के निकाय कॉमन सर्विस सेंटर ( CSV ) ने रेल मंत्रालय की कंपनी रेलटेल कॉरपोरेशन (Railtel Corporation) से हाथ मिलाया है। इसी के साथ अब इसने डिजिटल पेमेंट सिस्टम (Digital Payment System) सीएससी पे (CSC Pay) भी शुरू करने की घोषणा की है। यह यूपीआई पर चलने वाला डिजिटल पेमेंट सिस्टम होगा।

तीन सेवाओं की हुई शुरूआत
सीएससी ने गुरुवार को विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस पर तीन सेवाओं को शुरू करने की घोषणा की। इसमें से एक सीएससी पे और चैट बॉक्स सेवा है। यह यूपीआई पर चलने वाला एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम होगा। जिसके लिए देश भर में फैले कॉमन सर्विस सेंटर के 4.5 लाख केंद्र संचालकों को एजेंट बनाया गया है। इसके साथ ही कॉमन सर्विस सेंटर ने रेल मंत्रालय के निकाय रेलटेल के साथ एक करार किया है। जिसके तहत रेलटेल के ऑप्टिकल फाइबर से कॉमन सर्विस सेंटर ग्रामीण और अर्ध शहरी क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं उपलब्ध कराएगा। यही नहीं, रेलटेल की ओर से रेलवे स्टेशनों पर चलाए जा रहे इंटरनेट किओस्क का संचालन भी अब कॉमन सर्विस सेंटर के ग्रामीणों उद्यमी ही करेंगे।

ग्रामीण क्षेत्र में तेजी से पहुंचेगी तेज इंटरनेट सेवा
कहा जा रहा है कि सीएससी के इस करार से ग्रामीण क्षेत्रों में तेज इंटरनेट सेवाओं को पहुंचाने में मदद हासिल होगी। इसके अलावा कॉमन सर्विस सेंटर वोडाफोन और डेल टेक्नोलॉजी के साथ मिलकर ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल साक्षरता और विभिन्न तरह के जागरूकता अभियान भी शुरू करेगा। इसके लिए देश के चुनिंदा जिलों में डिजिटल वैन चलाई जाएंगी। इन वैन में कंप्यूटर लगे होंगे। वहां आकर इच्छुक लोग डिजिटल साक्षरता हासिल करने के साथ ही विभिन्न तरह के स्किल कोर्स भी कर पाएंगे।

अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को मदद
कॉमन सर्विस सेंटर के प्रबंध निदेशक दिनेश त्यागी ने इस अवसर पर कहा कि कॉमन सर्विस सेंटर के ग्रामीण उद्यमी बदलाव लाने वाले ऐसे व्यक्ति हैं, जो अंतिम छोर पर खड़े व्यक्तियों को सरकारी सेवाएं बिना किसी व्यवधान के उपलब्ध कराने में मदद कर रहे हैं। यह सशक्त व्यवस्था का एक नया मॉडल है। कॉमन सर्विस सेंटर ने 20 करोड़ आधार, 9 करोड़ आयुष्मान कार्ड और 8 करोड़ E-श्रम पंजीकरण किया है। यह सभी कार्य बहुत ही छोटे समय में किया गया है।सीएससी ग्रामीण E- स्टोर ने 450 करोड़ रुपए का कारोबार किया है। सीएससी लोगों को उनके घर के दरवाजे पर ही बैंकिंग, इंश्योरेंस और पेंशन सेवा दे रही है।

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