हम ज्यादा बोल पड़े… सपा-RLD को समर्थन पर टिकैत ने लिया यूटर्न, कहा- मेरी गलती है
उत्तर प्रदेश के चुनाव में सपा और रालोद गठबंधन प्रत्याशियों को खुला समर्थन देने के 24 घंटे के भीतर ही भारतीय किसान यूनियन ने यूटर्न ले लिया है। भा्रतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने अपने पिछले बयान से पलटते हुए कहा है कि हम चुनाव में किसी का भी समर्थन नहीं कर रहे हैं। यही नहीं अपने पिछले बयान को गलती बताते हुए उन्होंने रविवार शाम को कहा कि हम कुछ ज्यादा ही बोल पड़े थे, जो गलत था। टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ही सर्वोपरि है और यदि हम उससे अलग जाते हैं तो फिर वे हमें बाहर भी कर सकते हैं।
मीडिया की ओर से नरेश टिकैत से सवाल किया गया था कि कल गठबंधन प्रत्याशी आपके पास आए थे, उन्हें आपने किस तरह का आशीर्वाद और समर्थन दिया। इस पर नरेश टिकैत ने कहा, ‘हमारे पास तो कोई आ नहीं रहा। लेकिन कल महागठबंधन वाले आए थे। किसान भवन में लोग जुटे थे, लेकिन कल हम ज्यादा बोल पड़े। संयुक्त किसान मोर्चा सर्वोपरि है, हमारी ओर से किसी को भी समर्थन नहीं है। किसी भी दल का कोई भी नेता आएगा तो हम उसे आशीर्वाद देंगे। यहां आकर कोई भी वोट मांगने की बात न करे। वोट मांगने की बजाय लोग आशीर्वाद लेने के लिए आएं। यहां आएं लोग आशीर्वाद लें और चुनाव लड़ें। हम किसी भी अनदेखी नहीं करेंगे।’
2014 में क्यों दिया था भाजपा को समर्थन, नरेश टिकैत ने बताया
इससे पहले 2014 के चुनाव में भाजपा को समर्थन दिए जाने को लेकर नरेश टिकैत ने कहा कि उस समय़ तो लहर चल रही थी। लेकिन अब दूसरा मामला है। 13 महीने तक हमारा आंदोलन चला है और अब संयुक्त मोर्चा सर्वोपरि है। यदि हम अलग जाएंगे तो वे हमें भी निकाल देंगे। भाजपा के प्रत्याशियों के आने पर क्या करेंगे। इस सवाल पर नरेश टिकैत ने कहा कि यदि वे आते हैं तो उनका भी हम स्वागत करेंगे। चाय-पानी की व्यवस्था करेंगे। भाजपा के कैंडिडेट हमारे दुश्मन थोड़ी हैं। पहले भी आते ही रहे हैं।
#WATCH | Uttar Pradesh: On his appeal to vote for SP-RLD alliance, BKU chief Naresh Tikait says, “I said something that I shouldn’t have. Kisan Samyukt Morcha is supreme & I’m not above it. If any candidate comes here, I will give my blessings but no one should seek endorsement.” pic.twitter.com/YIkjD9etrk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2022
राकेश टिकैत समेत सभी नेता अब तक बना रहे थे दूरी
गौरतलब है कि राकेश टिकैत समेत संयुक्त किसान मोर्चा के तमाम नेता खुद को 5 राज्यों के चुनाव से अलग बताते रहे हैं। भले ही किसान नेताओं ने कई बार भाजपा को हराने की बात कही है, लेकिन किसी खास पार्टी के समर्थन की बात नहीं कही थी। ऐसे में नरेश टिकैत के बयान के अलग मायने निकाले जा रहे थे और उन्हें महागठबंधन से जोड़कर देखा जा रहा था।
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