नरेंद्र मोदी और आदित्यनाथ योगी के बीच कॉमन है ये बातें

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उत्तर प्रदेश के सीएम बनने के बाद से ही योगी आदित्यनाथ एक्शन में हैं और अब तक राज्य को लेकर कई बड़े फैसले ले चुके हैं। सोशल मीडिया पर भी ऐसी चर्चा हो रही है कि योगी की वर्किंग स्टाइल पीएम मोदी से काफी मिलती-जुलती है। यहाँ हम आपको बता रहे हैं कि वो कौन सी 10 चीजें हैं, जो मोदी और योगी के बीच कॉमन हैं।

आस्था
नवरात्रि के दौरान मोदी 9 दिनों तक व्रत रखते हैं। इस दौरान वे सिर्फ एक वक़्त फल खाते हैं। काफी पूजा पाठ करते हैं। वो फलाहार के अलावा दिन में नींबू पानी पीते हैं।
वहीं योगी आदित्यनाथ भी 9 दिनों का व्रत रखते हैं। वे भी काफी पूजा-पाठ करते हैं। इस दौरान वे दिन में दो बार फल खाते हैं। हां पानी और जूस भी पीते हैं।

हिंदूवादी इमेज

मोदी की इमेज कट्टर हिंदूवादी नेता की मानी जाती है। अपनी स्पीच के दौरान भी वे कई बार जय श्री राम के नारे लगा चुके हैं।
योगी भी हिंदूवादी नेता के तौर पर जाने जाते हैं। उनकी दी गई कई स्पीच में ये बात सामने आई है।

वर्किंग स्टाइल

मोदी ऐसे नेता माने जाते हैं, जो दिन में 16 से 18 घंटे काम करते हैं।
योगी आदित्यनाथ भी देर तक काम करने वाले नेता माने जाते है।

स्वच्छता
मोदी पीएम बनने के बाद से लगातार साफ़-सफाई पर जोर दे रहे हैं। इसके तहत उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन भी लांच किया।

योगी ने भी पीएम के नक्शे कदम पे चलते हुए सीएम बनने के बाद सरकारी ऑफिसों में पान-मसाले पर बैन लगा दिया। उन्होंने थाने में भी साफ़-सफाई रखने का आदेश दिया है।

करप्शन

मोदी पर अब तक करप्शन का कोई आरोप नहीं है।

योगी पर भी करप्शन का कोई आरोप नहीं हैं। माना जाता है कि करप्शन के मामले में साफ छवि होना भी उनके सीएम बनने का एक कारण है।

आरएसएस कनेक्शन

मोदी आरएसएस से लंबे समय तक जुड़े रहे हैं। जब वे पीएम बने, तब भी उसके पीछे आरएसएस का अहम रोल बताया गया।

योगी भी आरएसएस के करीबी माने जाते हैं। बताया जाता है कि सीएम के तौर पर योगी के नाम पर मुहर लगाने से पहले मोहन भागवत ने पीएम मोदी को फोन किया था।

चुनाव नहीं हारे

नरेंद्र मोदी अब तक कोई चुनाव नहीं हारे हैं।

योगी आदित्यनाथ भी कोई चुनाव नहीं हारे हैं। लगातार 5 बार से गोरखपुर से MP रहे हैं।

कैश
मोदी के पास सेल्फ कैश 30 हज़ार रुपए हैं।

योगी के पास भी सेल्फ कैश 29 हज़ार 700 रुपए हैं।

पर्सनल लोन

मोदी के ऊपर कोई पर्सनल लोन नहीं है। कोई एग्रीकल्चर लैंड नहीं है।

योगी पर भी कोई पर्सनल लोन नहीं है। कोई एग्रीकल्चर लैंड नहीं है।

लाइबिलिटी
मोदी पर किसी तरह की कोई लाइबिलिटी नहीं है।

योगी पर भी कोई लाइबिलिटी नहीं है।