2024 से पहले बेगूसराय में खुल जाएगी पेट्रोकेमिकल्स यूनिट: गिरिराज

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2024 से पहले बेगूसराय में खुल जाएगी पेट्रोकेमिकल्स यूनिट: गिरिराज

बेगूसराय। हमारे प्रतिनिधि

2024 से पहले जिले में बहुप्रतीक्षित पेट्रोकेमिकल्स यूनिट खुल जाएगी। इससे जिले में नई फैक्ट्री खुलेगी। लोगों को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे। मोदी सरकार ने बरौनी रिफाइनरी की उत्पादन क्षमता छह एमटी से बढ़ाकर नौ एमटी करने की परियोजना शुरू की है। 2023 तक इसके पूरे होने के आसार हैं। नौ एमटी उत्पादन क्षमता के बाद ही पेट्रोकेमिकल्स खुल सकता है।

केंद्र सरकार ने बरौनी रिफाइनरी के विस्तारीकरण के लिए दो चरणों में 25 हजार करोड़ व 18 हजार करोड़ रुपए आवंटित किये हैं। ये बातें स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहीं। वे बरौनी रिफाइनरी टाउनशिप स्थित गेस्ट हाउस में पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के पहले यह डंपिंग स्टेशन बनने की कगार पर था।

रिफाइनरी में हादसे की जांच का आदेश

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बरौनी रिफाइनरी में 16 सितंबर को हादसे में 19 मजदूर घायल हो गये थे। सभी सुरक्षित हैं। लोगों को किसी तरह के अफवाह पर ध्यान नहीं देना है। जिला प्रशासन को अफवाह फैलाने वाले तत्वों पर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए आईओसीएल की जांच टीम पहुंची हुई है। जांच टीम के साथ समीक्षा बैठक कर हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों को चिह्नित करते हुए एफआईआर दर्ज करने को कहा गया है।

उन्होंने कहा कि रिफाइनरी के अधिकारी एवीयू-1 के फर्नेस में ब्लास्ट के लिए एसओपी का पालन नहीं होना बता रहे हैं। जांच टीम 19 सितंबर की शाम तक हादसे के कारणों की रिर्पोट तैयार कर लेगी। कहा कि एक बड़ा हादसा टल गया। क्रूड ऑयल तक विस्फोट की चिंगारी पहुंचती तो बड़ी तबाही हो सकती थी। मामले की जांच करने के लिए टीम में आईओसीएल के हेल्थ सोसाइटी के ईडी संजीव कुमार, मेंटनेंस एंड इंस्पेक्शन के ईडी राजदा व डीजीएच के ईडी मृत्युंजय हैं। मंत्री ने बताया कि हादसे में पीड़ितों से मिले व उन्हें हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया गया। उन्होंने कहा कि हादसे में जख्मी सभी ठेका मजदूरों का मुफ्त इलाज किया जाएगा। उनके ठीक होने तक मजदूरी का भुगतान भी जारी रहेगा।

सेक्स सोर्टेड सीमेन तकनीक से बछिया का जन्म शुरू

एक प्रश्न के जवाब में मंत्री ने कहा कि जिले में सेक्स सोर्टेड सीमेन तकनीक से बछिया का पैदा होना शुरू हो गया है। अबतक जिले में ढाई हजार बछिया इस तकनीक से पैदा ले चुकी है। कहा कि इस तकनीक की सफलता 96 प्रतिशत है। जिले में गायों के बांझपन की समस्या के बारे में कहा कि यह हाईब्रिड गायों के चलते हो रही है। उन्होंने देसी गायों के पालन पर जोर दिया। एंब्रियो ट्रांसफर तकनीक से 30 लीटर दूध देने वाली से बछिया पैदा होने लगी है।

जिले के हर परिवार से न्यूनतम एक महिला सदस्य को एसएचजी से जोड़ने का लक्ष्य

मंत्री ने कहा कि जिले के हर परिवार से कम से कम एक महिला को स्वयं सहायता समूह से जोड़ा जाएगा। उनका लक्ष्य है कि हरेक महिला सदस्य साल में कम से कम एक लाख की आमदनी प्राप्त करे। उन्हें कृषि के अलावा बैंक, बिजली आदि सेवा से जोड़ा जाएगा। वर्तमान में साढ़े तीन लाख महिला जुड़ी हुई है। इसे देशभर में लागू किया जाएगा। बेगूसराय जिले को मॉडल बनाया जाएगा। मौके पर विधायक कुंदन कुमार, सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर, जिला उपाध्यक्ष कुंदन भारती, मृत्युंजय कुमार वीरेश, मीडिया प्रभारी सुमित सन्नी आदि थे।

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