बुज़ुर्ग महिला चपरासी ने किया केजी की छात्रा का यौन शोषण

220

देश में इस वक़्त महिला और बाल सुरक्षा को लेकर माहौल गर्म है। हर तरफ से एक ही आवाज़ उठ रही है कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगायी जाए और मर्दों को सलीक़े से रहने का पाठ समझाया जाए। लेकिन दुःख की बात ये है कि अगर मर्द सुधर भी गए तो औरत ही औरत की दुश्मन बनी बैठी है। कलयुग के इस दौर में लडकियां अपनी ही जाति से सुरक्षित नही हैं। मुंबई के प्रतिष्ठित निजी स्कूल में 5 साल की एक छात्रा के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया है। हैरानी की बात ये है कि इस मामले में आरोपी 58 साल की एक महिला है, जो कि स्कूल में चपरासी का काम करती है। फिलहाल पीड़ित बच्ची को प्राइवेट पार्ट में चोट के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार मुंबई के बाइकुला स्कूल में सीनियर केजी की छात्रा ने रविवार को अपने माता-पिता से प्राइवेट पार्ट और पेट में दर्द की शिकायत की। इसके बाद बच्ची के माता-पिता उसे अस्पताल लेकर गए। बच्ची की जांच के बाद अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची का यौन शोषण हुआ है। बच्ची के प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान मिले हैं। डॉक्टरों का मानना है कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में कोई ऑब्जेक्ट डाला गया है।

Mumbai Byculla Schoo 1 news4social -

वहीं घटना की जानकारी होते ही बच्ची के माता-पिता के पैरों के तले की जमीन खिसक गई। इसके बाद जब बच्ची से इस बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि स्कूल की ‘मौसी’ (महिला चपरासी) ने स्कूल के वॉशरूम में उसका यौन शोषण किया है। इस पर बच्ची के माता-पिता ने इसकी शिकायत स्कूल के प्रधानाचार्य से की। इस पर प्रधानाचार्य ने बच्ची के क्लास टीचर और आरोपी महिला चपरासी को बुलाकर पूछताछ की। हालांकि आरोपी महिला ने इन आरोपों से इंकार किया है।

प्रधानाचार्य के कहने पर ही बच्ची के माता-पिता ने मामले की शिकायत पुलिस से की है। फिलहाल पुलिस ने आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है और पॉक्सो एक्ट के तहत उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस और स्कूल प्रशासन अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहा है कि आरोपी महिला ने किसी और बच्चे के साथ तो यौन शोषण नहीं किया है। बताया जा रहा है कि आरोपी महिला साल 1999 से स्कूल में काम कर रही है। वहीं घटना की जानकारी के बाद अभिभावकों ने स्कूल में हंगामा कर दिया है, जिसे स्कूल प्रशासन द्वारा संभालने की कोशिश की जा रही है।