यहां की जाती है रावण की पूजा।

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‘रावण’… दुनिया में इस नाम का दूसरा कोई व्यक्ति नहीं है। राम तो बहुत मिल जाएंगे, लेकिन रावण नहीं। रावण तो सिर्फ रावण है। राजाधिराज लंकाधिपति महाराज रावण को दशानन भी कहते हैं।कहते हैं कि रावण लंका का तमिल राजा था। सभी ग्रंथों को छोड़कर वाल्मीकि द्वारा लिखित रामायण महाकाव्य में रावण का सबसे ‘प्रामाणिक’ इतिहास मिलता है।
रावण एक कुशल राजनीतिज्ञ, सेनापति और वास्तुकला का मर्मज्ञ होने के साथ-साथ तत्व ज्ञानी तथा बहु-विद्याओं का जानकार था। उसे मायावी इसलिए कहा जाता था कि वह इंद्रजाल, तंत्र, सम्मोहन और तरह-तरह के जादू जानता था। उसके पास एक ऐसा विमान था, जो अन्य किसी के पास नहीं था। इस सभी के कारण सभी उससे भयभीत रहते थे।
रामायण तो हम से सब ने सुनी ही होगी, उसी रामायण के आधार पर हम जब भी रावण का नाम सुनते है हमारे दिमाग में एक राक्षस और घमंडी राजा की तस्वीर बनती है, और आज भी हम दशहरे को बुराई पर अच्छाई की जीत की तरह मनाते है और रावण का दहन करते है, मगर भारत में कुछ ऐसी जगह भी है जहां रावण का दहन नहीं बल्कि रावण को पूजा जाता है, जी हाँ, भारत के इन हिस्सों में रावण की पूजा होने के पीछे कई तथ्यों की मान्यता है ।

भारत के इन हिस्सों में पूजा जाता है रावण को:
1. मंदसौर, मध्यप्रदेश कहा जाता है कि मंदसौर का असली नाम दशपुर था और यह रावण की धर्मपत्नी मंदोदरी का मायका था. मंदसौर रावण का ससुराल था इसलिए यहां दामाद के सम्मान की परंपरा के कारण रावण के पुतले का दहन करने की बजाय उसे पूजा जाता है।
2. उज्जैन, मध्य प्रदेश मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के चिखली गांव में भी रावण का दहन नहीं किया जाता. यहां के बारे में कहा जाता है, कि रावण की पूजा नहीं करने पर गांव जलकर राख हो जाएगा।
3. अमरावती, महाराष्ट्र अमरावती के गढ़चिरौली नामक स्थान पर आदिवासी समुदाय द्वारा रावण का पूजन होता है. कहा जाता है कि यह समुदाय रावण और उसके पुत्र को अपना देवता मानते हैं।
4. बिसरख, उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश के बिसरख गांव में भी रावण का मंदिर बना हुआ है और उसका पूजन होता है. ऐसा माना जाता है कि बिसरख गांव, रावण का ननिहल था।
5. बैद्नाथ, हिमाचल प्रदेश कांगड़ा जिले के इस कस्बे में भी रावण की पूजा की जाती है. मान्यता है कि रावण ने यहां पर भगवान शिव की तपस्या की थी, जिससे प्रसन्न होकर भगवान शिव ने उसे मोक्ष का वरदान दिया था।
6. काकिनाड, आंध्रप्रदेश आंध्रप्रदेश के काकिनाड नामक स्थान पर भी रावण का मंदिर बना हुआ है, जहां भगवान शिव के साथ उसकी भी पूजा की जाती है।
7. जोधपुर, राजस्थान राजस्थान के जोधपुर में रावण का मंदिर है. यहां के कुछ समाज विशेष के लोग रावण का पूजन करते हैं और खुद को रावण का वंशज मानते हैं।
8. मालवल्ली, कनार्टक कर्नाटक के मंडया जिले के मालवल्ली तालुका नामक स्थान पर रावण का मंदिर बना हुआ है, जहां लोग उसे महान शिव भक्त के रूप में पूजते हैं।
9. दक्षिण भारत दक्षिण भारत में रावण को विशेष रूप से पूजा जाता है. ऐसा माना जाता है, कि रावण परम ज्ञानी, पंडित, शिवभक्त था. यहां पर रावण दहन को दुर्गुणों का दहन मानते हैं।
10. जसवंतनगर, उत्तर प्रदेशउत्तर प्रदेश के जसवंतनगर में दशहरे पर रावण की आरती उतार कर पूजा की जाती है. उसके बाद रावण के टुकड़े कर दिए जाते हैं अौर तेरहवें दिन रावण की तेरहवीं भी की जाती है।