नई दिल्ली: लोकसभ चुनाव को लेकर ‘आम आदमी पार्टी’ ने भी से अपनी तैयारी शुरू कर दी है. ‘आप’ इस बार भी साल 2014 की तरह साल 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी पूरे देश में चुनाव नहीं लड़ेगी.
पार्टी का मुख्य फोकस उत्तर भारत की 33 लोकसभा सीटों पर ही रहेगा
बता दें कि इस बार पार्टी का मुख्य फोकस उत्तर भारत की 33 लोकसभा सीटों पर ही रहेगा. इस पर पार्टी के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने बुधवार यानी बीते दिन बताया है कि ‘आप’ दिल्ली की सात, हरियाणा की दस, पंजाब की तेरह, गोवा की दो और चंडीगढ़ की एक सीटों पर चुनावी मैदान से उतरने में है.
दिल्ली में संगठन विस्तार करने जा रहें है- गोपाल राय
उन्होंने आगे बताया है कि हम दिल्ली में संगठन विस्तार करने जा रहें है. जिसके अनुसार विजय प्रमुख बनाए जाएंगे, जो आगामी लोकसभा चुनावों में सीधे रूप से पार्टी के लिए काफी महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी. फिलहाल ‘आप’ गठबंधन का हिस्सा बनेगी या नहीं अभी यह साफ नहीं हुआ है, लेकिन पार्टी का कहना है कि अगर भाजपा को करारी मात देने के लिए यदि उसको किसी भी पार्टी के साथ हाथ मिलना पड़े तो वह इसके लिए पूर्ण रूप से तैयार है.
चुनाव को लेकर पार्टी ने तमाम विकल्प खुले रखे है
गोपाल राय का कहना है कि चुनाव को लेकर पार्टी ने तमाम विकल्प खुले रखे है. हम भाजपा पार्टी की तानाशाही को जड़ से हटाने के लिए सभी दलों से समझौता करने को भी तैयार है. लोकसभा चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास वार रूम में बदला जाएगा. इसके अनुसार सीएम आवास पर पंजाब, हरियाणा, गोवा, दिल्ली समेत अन्य राज्यों में चुनावी गतिविधियों को लेकर खूब चर्चाएं भी की जाएगी. आज पंजाब के तमाम पदाधिकारियों को बुलाया गया है. इस बठक के दौरान चुनाव प्रचार समेत गठबंधन जैसे फैसलों पर विचार-विमर्श भी किया जाएगा.