Amar Jawan Jyoti Controversy:केंद्र को मिला 1971 युद्ध के हीरो का साथ, कहा- भारत सरकार का फैसला एकदम सही

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Amar Jawan Jyoti Controversy:केंद्र को मिला 1971 युद्ध के हीरो का साथ, कहा- भारत सरकार का फैसला एकदम सही

नई दिल्ली: दिल्ली इंडिया गेट (India Gate) पर जलने वाली अमर जवान ज्योति (Amar Jawan Jyoti) का शुक्रवार को नेशनल वॉर मेमोरियल (National War Memorial) में विलय हो गया। सरकार के इस फैसले को डेप्युटी चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ से 2005 में रिटायर्ड हुए लेफ्टिनेंट जनरल जेबीएस यादव ने बिल्कुल सही ठहराया है। दरअसल इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से अमर जवान ज्योति जल रही है। वहीं 25 फरवरी, 2019 को नेशनल वॉर मेमोरियल में अमर जवान ज्योति प्रज्वलित की गई थी।

‘सरकार का कदम बिल्कुल सही’
साल 1971 का भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान सिलीगुड़ी कॉरिडोर पर हिंदुस्तानी सेना को कमांड कर रहे, लेफ्टिनेंट जनरल जेबीएस यादव ने आईएएनएस को बताया कि, सरकार ने बिल्कुल सही कदम उठाया है, अमर जवान ज्योति अस्थाई थी। उस वक्त हमारे पास नेशनल वॉर मेमोरियल नहीं था और अंग्रेजों का बना हुआ था। फिर इसमें बदलाव करके अमर जवान ज्योति लगाई गई थी। अमर जवान ज्योति दो जगह नहीं हो सकती है।

इंडियन आर्मी (Indian Army) का नेशनल वॉर मेमोरियल एक ही हो सकता है और दूसरा की यह अंग्रेजों का बनाया है, फर्स्ट वर्ल्ड वॉर और सेकंड वर्ल्ड वॉर में जिस वक्त हम लोग गुलाम थे और हमारी आर्मी ब्रिटिश इंडियन आर्मी कहलाती थी, लेकिन अब हम इंडिपेंडेंट इंडियन आर्मी हैं।

‘जिस तरह पार्लियामेंट एक है वैसे ही नेशनल वॉर मेमोरियल एक’
1971 युद्ध के हीरो ने कहा कि,जब हमारे देश में नेशनल वॉर मेमोरियल बन गया, तो फिर दो जगहों पर क्यों अमर जवान ज्योति होगी, जिस तरह पार्लियामेंट भी एक है उसी तरह नेशनल वॉर मेमोरियल भी एक ही रहेगा। दरअसल दिसंबर 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ, जिसमें पाकिस्तान को घुटने टेकने पड़े थे। हालांकि, इसमें कई भारतीय जवान भी शहीद हुए थे। इसके बाद इन्हीं शहीदों की याद में अमर जवान ज्योति जलाने का फैसला लिया गया था।

वहीं केंद्र सरकार ने साफ किया है कि, इंडिया गेट पर लौ बुझाई नहीं जा रही है, उसके एक हिस्से का विलय किया जा रहा है। अमर जवान ज्योति का एक हिस्सा नैशनल वॉर मेमोरियल के अमर चक्र में जलने वाली लौ से मिलाया गया है।

सरकार के फैसले को विपक्ष का नहीं मिला साथ
भारत सरकार के अमर ज्योति जलाने संबंधी फैसले को विपक्ष से चौतरफा विरोध झेलने को मिला। कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी (MP Manish Tewari) ने कहा कि, जो सरकार की ओर से करवाया जा रहा है वो एक राष्ट्रीय त्रासदी है, अमर जवान ज्योति को बुझाना भारत के इतिहास को बुझाने की कोशिश है. राष्ट्रपति को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।

कांग्रेस सांसद और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (MP Rahul Gandhi) ने कहा कि, बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा। कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!

राष्ट्रीय जनता दल (RLD) ने कहा कि, जो नोटबंदी जैसी सनक से करोड़ों युवाओं/व्यापारियों के जीवन की “लौ” समाप्त कर चुका हो उसे इंडिया गेट पर 50 वर्षों से जल रही “अमर जवान ज्योति” से क्या लेना-देना? ये लोग सत्ता में आए ही है संविधान और इतिहास मिटाने। अब भुगतों- भक्तों।



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