आनंद महिंद्रा अप्रैल से नहीं रहेंगे महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन

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शुक्रवार को महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (M&M) ग्रुप की तरफ से एक बड़ा ऐलान हुआ जिसके मुताबिक चेयरमैन आनंद महिंद्रा अगले साल अप्रैल से कंपनी का टॉप पोस्ट को छोड़ देंगे और वह नॉन-एग्जीक्यूटिव चेयरमैन के तोर पर कंपनी का हिस्सा होंगे। 1 अप्रैल 2020 से आनंद महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन नहीं रहेंगे। 64 साल के आनंद महिंद्रा ग्रुप के संस्थापक जगदीश चंद्र महिंद्रा के पोते हैं, पिछले साल तक उनका नेटवर्थ करीब 1.7 अरब डॉलर तक था।

खबरों के मुताबिक इसके बाद कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर पवन गोयनका 11 नवंबर 2020 तक के अपने कार्यकाल तक इस पद का अतिरिक्त कार्यभार संभालेंगे।

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आनंद महिंद्रा को अगस्त 2012 में महिंद्रा ग्रुप का चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर बनाया गया था. इसके कुछ साल बाद उन्हें महिंद्रा ऐंड महिंद्रा लिमिटेड का एग्जीक्यूटिव चेयरमैन बनाया गया, वह कोटक महिंद्रा बैंक के को-प्रमोटर भी थे। कंपनी ने अपने बयान में कहा है, ‘गवर्नेंस, नॉमिनेशन और रीम्यूनरेशन कमिटी (GNRC) ने उत्तराधिकार की जो योजना बनाई है उसके मुताबिक 1 अप्रैल, 2020 से आनंद महिंद्रा गैर कार्यकारी चेयरमैन की भूमिका में आए जाएंगे और उनका नया डेजिगनेशन इसी तिथि से प्रभावी होगा.’

इसके अलावा कंपनी ने अनीश शाह को अप्रैल 2021 तक के लिए चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) बनाया है. 2 अप्रैल, 2021 के बाद वह गोयनका की जगह कंपनी के एमडी और सीईओ बन जाएंगे, इस पद पर उनका कार्यकाल चार साल के लिए होगा. उनका कार्यकाल 31 मार्च 2025 तक होगा।

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साल 1947 से महिंद्रा ऐंड महिंद्रा लिमिटेड ऑटो सेक्टर में आपने कारोबार संभल रही है। आज कंपनी के पास इलेक्ट्रिक व्हीकल से लेकर, पिकअप, कॉमर्श‍ियल व्हीकल, ट्रैक्टर, टू व्हीलर और कंस्ट्रक्शन इक्विपमेंट जैसे उत्पाद मौजूद है। इस कंपनी के ट्रैक्टर दुनिया के सभी महाद्वीपों तक निर्यात किये जाते है। वर्तमान में 19 अरब डॉलर का बड़ा कारोबार है।