असम के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) नें जारी की अंतिम लिस्ट 40 लाख लोगों को नहीं मिली भारतीय नागरिकता। लिस्ट में 2 करोड़ 89 लाख लोगों को भारतीय नागरिकता मिली हैं। आपको बता दे की असम की कुल जनसंख्या 3 करोड़ 29 लाख हैं।
इस लिस्ट के जारी होने से एक दिन पहले असम के सात जिलों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बना दिया गया था ताकि कोई भी अप्रिय घटना घटित ना हो सके। केन्द्र सरकार नें शांति बनाए रखने के लिए सशस्त्र बलों की 220 कंपनियों को तैनात कर दिया था। सरकार नें लोगों से भी अपील कि, की वह किसी भी अफवाह पर यकीन ना करें।
बांग्लादेश से असम में आते रहें है रिफ्यूजी
सन 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच हुई जंग से बांग्लादेश में अस्थिर हुए लोग भारतीय सिमाओं में घुसकर अपने लिए ज़िंदगी तलाशने लगे। इन लोगों को जब कहीं पर जगह नहीं मिली तो ये लोग भारत के बंगाल राज्य और असम राज्य में घुसने लगे। फिर इन लोगों नें गैरकानूनी तरीकों से भारतीय नागरिकता हासिल करना शुरु कर दिया।
असम की जनसंख्या पर केंद्र नें हमेशा उठाए सवाल
दरअसल में बांग्लादेश से कईं लोग लाख़ों की संख्या में भारत के असम राज्य में घुसते रहे हैं। जिससे असम की जनसंख्या में भारी इज़ाफा हुआ हैं। बांग्लादेश से आए लोग असम में पिछले कई सालों में बडी आसानी से वोटर आईडी कार्ड बनाकर भारतीय नागरिकता हासिल कर लेते थे। जिससे ये जनसंख्या राज्य की राजनीति पर अपना प्रभाव डाल रही थी।
केन्द्र नें फैसला किया की वह बाहर से आए लोगों को अपनी सीमा में प्रवेश नहीं होने देंखे और जो लोग गैरकानूनी तरह से भारत की सिमा में दाखिल हुए है उन्हें वापस आपने देश जाना होगा।