ऑस्ट्रेलिया : जंगल में आग लगने से हुआ लाखों का नुकसान, गई कई जाने

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ऑस्ट्रेलिया के जंगल की झाड़ियों में लगी आग में कई लोगों की जान चली गई है. जंगलों में लगी आग का असर न्यूजीलैंड में भी देखा जा रहा है और यहां के लोग आपात सेवा पर लगातार फोन कर सुविधा की मांग कर रहे है. आसमान में नारंगी रंग के धुएं की परत होने की सूचना दी है. यहां पर कुछ ही देर में इस धुंए ने दक्षिणी द्वीप को पूरी तरह से ढ़क दिया है.

अब यह धुआं द्वीप के उत्तरी हिस्से तक पहुंच गया है. जैसे ही आसमान में धुंध दिखाई दी वैसे ही पुलिस ने लोगों से आपातकालीन नंबर पर फोन कर इसकी सूचना देने के लिए कई बार कॉल करने की अपील की. आग बहुत ही भयानक थी इतना ही नहीं इस मामले पर मदद करने के लिए हॉलीवुड कलाकार भी सामने आए है. ऑस्ट्रेलिया के हिस्सों को तबाह करने वाली इस आग से लड़ने में मदद करने के लिए कई अमेरिकी डॉलर का दान भी किया गया है.

ऑस्ट्रेलिया के जंगल में अब तक का सबसे बड़ा अग्निकांड हुआ है. यहां के जंगल कई दिनों से धधक रहे हैं. जंगल की आग को देखते हुए देश के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने 13 जनवरी से शुरू होने वाली अपनी चार दिवसीय भारत यात्रा को शनिवार को रद्द कर दिय़ा है. हालांकि प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कहा कि वे आने वाले महीनों में सही समय पर एक बार फिर से यात्रा की तारीख तय करेंगे. बता दें कि 13 जनवरी से शुरू होने वाली इस यात्रा के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ व्यापक द्विपक्षीय बातचीत करने वाले थे.

बातचीत के दौरान ही ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमारा देश इस वक्त देश भर में फैली भीषण जंगल की आग की संकट से जूझ रहा है. इस मुश्किल घड़ी में हमारी सरकार का पूरा ध्यान ऑस्ट्रेलिया के नागरिकों की मदद करने पर केंद्रित है. इसी के साथ कई लोगों को आग के खतरे का सामना करना पड़ रहा है और कई लोग इससे उबर चुके हैं.” प्रधानमंत्री ने भारत की अपनी राजकीय यात्रा और जापान की यात्रा रद्द कर दी है, ताकि वह ऑस्ट्रेलिया में आई आपदा के समय देश में रहें. व जो भी बचाव का कार्यों चल रहा है उस पर वह अपनी नजर बनाए रखे.

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उनके द्ववारा दिए गए बयान के अनुसार, “देश भर में हम लोग जहां भी गए वहां हमें जंगल की आग के कारण तबाही और निराशा ही दिखी. सबसे अच्छी बात ये दिखी कि संकट की इस घड़ी में ऑस्ट्रेलिया वासी एक साथ मिलकर एक दूसरे की मदद के लिए आगे आए है. “हमने ऑस्ट्रेलिया वासियों से अपने-अपने इलाकों में हालातों पर नजर रखने और राज्य एवं अधिकारियों तथा एडीएफ के निर्देशों का पालन करने की अपील की है, क्योंकि वे लोगों को सुरक्षित रखने के लिए काम कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया वासियों को इस मुश्किल घड़ी से निकालने के लिए जो भी बन पड़ेगा वह किया जाएगा.

भारत के प्रधानमंत्री मोदी की शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मॉरिसन से टेलीफोन पर बातचीत हुई, जिसमें उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जंगल की आग की वजह से हुई संपत्ति के भारी नुकसान को को लेकर और जानमाल की हानि को लेकर सभी भारतीयों की ओर से शोक जताया है.
वहीं ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया एवं ऑस्ट्रेलिया वासियों को भारत की ओर से ‘भरपूर सहयोग’ की पेशकश की. जो इस वक्त अभूतपूर्व प्राकृतिक आपदा का बहादुरी से डटकर सामना कर रहे हैं.

आग में लगभग 50 करोड़ जानवर जलकर मरे गए है. इस आग में कई नुकसान हो गया है.
चार महीने का समय बीत चुका है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. अब तक में लगभग 48 करोड़ जानवरों की मौत आग में झुलसने से हुई है. इसमें स्तनधारी पशु, पक्षी और रेंगने वाले जीव सभी शामिल हैं.

न्यू साउथ वेल्स के मध्य-उत्तरी इलाके में सबसे अधिक जानवर निवास करते हैं. लेकिन जंगलों में लगी आग की वजह से उनकी आबादी में भारी गिरावट आई है.

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इस सप्ताह आग ने 200 से अधिक घरों को भी नष्ट कर दिया है. हालांकि अभी भी कई लोग इससे जूझ रहें है. जानकारी के अनुसार पता चला है कि आस्ट्रेलिया में इस सीजन में आग से संबंधित घटनाओं में कम से कम 18 लोगों की मौत हो चुकी है और यह संख्या आगे बढ़ने की संभावना है. विक्टोरिया के पूर्वी जीप्सलैंड में 43, जबकि न्यू साउथ वेल्स में 176 घर आग में नष्ट हुए हैं. इससे पहले बुधवार को न्यू साउथ वेल्स रूरल फायर सर्विस ने कहा था कि इस सीजन में 916 घर तबाह हुए हैं और 363 क्षतिग्रस्त हो गए हैं.