बी. एस. येदियुरप्पा को चुना बीजेपी विधायक दल का नेता, कल लेंगें शपथ

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कल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे तो आ गए, पर अभी भी सरकार किसकी बनेगी यह साफ नहीं हुआ है. अभी भी सरकार को लेकर तीनों पार्टियों (बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस) के बीच मोर्चेबंदी चल रहीं है. आज बेंगलुरु में बैठकों का दौर भी शुरू हो गया है, इस में तीनों पार्टी अपने विधायकों के साथ बैठक करने में लगे हुए हैं.

आपको बता दें कि बी. एस. येदियुरप्पा बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए हैं. और वह गुरुवार को इस पद पर शपथ धारण करेंगें. इस विधायक दल की बैठक के तुरंत बाद ही येदियुरप्पा और प्रकाश जावड़ेकर राज्यपाल से मिलने राजभवन भी गए है.

B.S. Yeddyurappa 1 news4social -

राज्यपाल पर टिकी सबकी नजर

बहरहाल, सभी की नजर राज्यपाल पर टिकी हुई हैं कि सरकार बनाने के लिए वे पहले किसको निमंत्रित करते हैं. बता दें कि राज्यपाल के पास फ़िलहाल दो विकल्प है. पहला ये कि वह देश में राज कर रही पार्टी भाजपा को बुलाकर बहुमत साबित करने के लिए कहें. यह फिर कांग्रेस और जेडीएस द्वारा किया गया गठबंधन को सरकार बनाने का न्यौता दें.

जानकारी से यह पता चला है कि बेंगलुरु में बैठक के दौरान कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने यह बोला कि बीजेपी उनके विधायकों को धमका रही है. उन पर दबाव बना रही है, उसे लोकतंत्र में भरोसा नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि अगर राज्यपाल ने नियमों का सही तरीके से पालन नहीं किया और हमे न्यौता नहीं दिया तो यहाँ खूनी संघर्ष देखने को मिलेगा. उनके मुताबिक, कांग्रेस विधायकों के असंतुष्ट होने की अफवाहें फैलाई जा रही हैं, लेकिन वास्तव में बीजेपी असंतुष्ट है. वहीं इस पर विशेषज्ञ सुभाष कश्यप ने बताया कि ये पूरी तरह राज्यपाल पर निर्भर है कि वे सरकार बनाने के लिए पहले किसे आमंत्रित करते हैं. वह सबसे बड़ी पार्टी को या फिर गठबंधन सरकार को.

बता दें कि कल इस चुनाव के नतीजों में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है. वहीं कांग्रेस को इस चुनाव में 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिलीं. और इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी और कर्नाटक प्रज्ञयवंथा जनता पार्टी को एक-एक सीटें प्राप्त हुई है. अन्य के हिस्से में भी कुछ सीटें आई है. बहरहाल, अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सरकार को चलाने की कमान किस पार्टी के हाथ लगेगी.