बाईचुंग भूटिया ने ममता को बोला बाय उम्मीद है मोदी को कहेंगे हाय

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पश्चिम बंगाल की राजनीति में लगातार उथल-पुथल मच रही है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी काफी लंबे समय से केंद्र सरकार पर निशाना साधे हुए हैं. इसी बीच उनकी पार्टी को सोमवार सुबह बड़ा झटका लगा. भारतीय फुटबॉल स्टार बाईचुंग भूटिया ने ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने खुद ट्विटर के जरिए इस बात की जानकारी दी है.

भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया का अब किसी राजनीतिक पार्टी से नाता नहीं रहा है. उन्‍होंने आज एक बयान जारी कर कहा कि “मैंने ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस पार्टी की सदस्‍यता और सभी आधिकारिक व राजनीतिक पदों से आधिकारिक रूप से इस्‍तीफा दे दिया है. मैं फिलहाल किसी पार्टी का सदस्य नहीं हूं.”

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तृणमूल कांग्रेस से इस्तीफा देते ही भूटिया के बीजेपी में शामिल होने के भी कयास लगाए जा रहे हैं. सूत्रों से पता चला है, कि बीजेपी की ओर से भूटिया को प्रस्ताव मिल रहे हैं. बता दें कि इस वक़्त भाजपा बाईचुंग भूटिया के गृह राज्य सिक्किम में एसडीएफ के साथ मिलकर सरकार चला रही है.

निराशाजनक रहा राजनैतिक सफ़र  

गौरतलब है कि 2011 में फुटबाल से रिटायर होने के बाद 2014 में भूटिया ने टीएमसी का दामन थामा था. इसके बाद उन्होंने दार्जिलिंग लोकसभा सीट से पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली थी. वहीं 2016 के विधानसभा चुनाव में भूटिया ने एक बार फिर सिलिगुड़ी से अपनी किस्मत आजमाई, लेकिन उन्हें एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा. ममता की जबरदस्त लहर के बावजूद भी बाईचुंग जीत नहीं दर्ज करा पाए और सिलिगुड़ी सीट से उन्हें वाममोर्चा के अशोक भट्टाचार्य ने करारी शिकस्त दी थी.

हालांकि उस समय पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस ने जीत का शानदार गोल मारा था, लेकिन पार्टी के स्टार स्ट्राइकर रहे भूटिया राजनीति के मैदान में कोई गोल नहीं कर सके.

फुटबॉल से किया नाम रोशन

बाईचुंग भूटिया का जन्म 15 दिसम्बर 1976 को सिक्किम में हुआ था. छोटी सी उम्र में उन्होंने फुटबॉल खेलना शुरू कर दिया था. भारत में एक मात्र राष्ट्रीय खेल फुटबॉल ने ही उनको नामी पहचान दिलवाई. उन्होंने 104 मैचों में करीब 40 गोल किए थे.