राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) ने पवित्र अमरनाथ गुफा में जयकारे और प्रसाद पर प्रतिबंध लगा दिया है। इस आदेश के साथ ही बाबा भोले की गुफा में कई धार्मिक रस्मों पर पाबंदी लग गई है। दर्शनार्थी अब न तो ‘बम-बम भोले’ के नारे और ना ही ‘जय बाबा बर्फानी’ के जयकारे लगा सकेंगे। कहा जा रहा है कि गुफा में प्रसाद ले जाने पर भी मानही है।
एनजीटी ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा श्राइन की पर्यावरण-संवेदनशीलता को ध्यान में लखते हुए इसे ‘साइलेंस जोन’ घोषित कर दिया और प्रवेश बिंदु से आगे धार्मिक रस्मों पर रोक लगा दी। एनजीटी ने कहा कि गुफा श्राइन के आसपास ‘साइलेंस जोन’ घोषित होने से हिमस्खलन को रोकने में मदद मिलेगी और इसकी प्राचीन प्रकृति को बनाए रखा जा सकेगा।
एनजीटी का मानना है कि भक्तों के जयकारे और नारों से पर्यावरण को खतरा है। इससे हिमस्खलन होने की आशंका बनी रहती है। नए फरमान के बाद पवित्र गुफा में बाबा अमरनाथ के हिम शिवलिंग के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालु भीतर मंत्रों का जाप भी नहीं कर सकेंगे। यही नहीं, वे अपने साथ मोबाइल फोन तक नहीं ले जा सकेंगे।
गुफा साइलेंस जोन घोषित
एंट्री पॉइंट से आगे जयकारे और घंटियों पर रोक
सामान भी नहीं ले जा सकेंगे एंट्री पॉइंट से आगे
शिवलिंग के सामने लगी ग्रिल हटे, जिससे ठीक से दर्शन हों