बंगाल चुनाव: BJP, TMC के बीच तेज हुई जुबानी जंग, Mamata Banerjee ने Suvendu Adhikari पर लगाया ‘विश्‍वासघात’ का आरोप

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बंगाल चुनाव: BJP, TMC के बीच तेज हुई जुबानी जंग, Mamata Banerjee ने Suvendu Adhikari पर लगाया ‘विश्‍वासघात’ का आरोप

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) नंदीग्राम सीट से तृणमूल कांग्रेस (TMC) की उम्मीदवार हैं. पूर्व मेदिनीपुर जिले की इस प्रतिष्ठित सीट पर जबरदस्त प्रचार चल रहा है. यहां से भाजपा के प्रत्‍याशी शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikari) हैं. चुनाव प्रचार के दौरान मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी और भाजपा प्रत्याशी शुवेंदु अधिकारी के पिता के बीच सोमवार को जमकर जुबानी जंग हुई.

ममता बनर्जी ने शुवेंदु अधिकारी पर लगाए ये आरोप

शुवेंदु अधिकारी और उनके पिता शिशिर अधिकारी पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री बनर्जी ने आरोप लगाया कि कृषि भूमि अधिग्रहण के खिलाफ ऐतिहासिक आंदोलन के दौरान 14 मार्च 2007 को पिता-पुत्र की जानकारी के बिना पुलिस नंदीग्राम में नहीं आ सकती थी. बनर्जी ने कहा, ‘पिता-पुत्र की जानकारी के बिना (2007 में) पुलिस नंदीग्राम में नहीं घुस सकती थी. यह मेरी गलती है कि मैंने उन्हें इतना प्यार दिया.’

दरअसल शुवेंदु अधिकारी, उनके पिता शिशिर अधिकारी और उनके एक भाई सौमेंदु ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया है और यही वजह है कि ममता बनर्जी उन्‍हें ‘गद्दार’ बता रही हैं.

‘शुवेंदु अधिकारी,  उनके परिवार को दिए कम से कम 10 पद’

बनर्जी ने कहा, ‘मैंने उनके लिए क्या नहीं किया. मैंने उन्हें (शुभेंदु अधकारी को) परिवहन, पर्यावरण, सिंचाई मंत्री बनाया था. मैंने उन्हें हुगली रिवर ब्रिज कमिश्नर का अध्यक्ष बनाया था. मैंने उनके पिता (शिशिर अधिकारी को) को दीघा विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया. मैंने उनके भाई (सौमेंदु अधिकारी को) हल्दिया विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया. मैंने उनके भाई को कोंटोई नगरपालिका का अध्यक्ष बनाया. मैंने एक ही परिवार को कम से कम 10 पद दिए और उन्होंने इस तरह से उसका प्रतिफल दिया. उन्होंने जहरीले गद्दारों की तरह विश्वासघात किया.’

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शिशिर अधिकारी ने दिया आरोपोंं का जवाब 

दूसरी तरफ ममता बनर्जी के आरोपों पर शिशिर अधिकारी ने कहा, ‘वह निरर्थक बातें कर रही हैं क्योंकि, वह समझ गई हैं कि वह नंदीग्राम से हार रही हैं.’ उन्होंने कहा, ‘बनर्जी ने शुवेंदु के कारण नंदीग्राम आंदोलन का लाभ उठाया, जिन्होंने माकपा के आतंक के खिलाफ लड़ाई में अपनी जान जोखिम में डाल दी थी. उन्होंने मुख्यमंत्री बनने के लिए उनका (शुवेंदु) और मेरा इस्तेमाल किया. वह अब हमारे खिलाफ बोल रही हैं क्योंकि, हमने उनके काम करने के तरीके का विरोध किया. उनका नंदीग्राम और बंगाल के लोगों के सामने पर्दाफाश होगा. ‘

बता दें कि नंदीग्राम में दूसरे चरण के चुनाव के तहत एक अप्रैल को वोट डाले जाएंगे इसलिए आज मंगलवार शाम को चुनाव प्रचार यहांं थम जाएगा.

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