Bihar Samachar: कटिहार के ‘करोड़पति’ दो बच्चों और सोनू सूद कनेक्शन! जानिए क्या है माजरा

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Bihar Samachar: कटिहार के ‘करोड़पति’ दो बच्चों और सोनू सूद कनेक्शन! जानिए क्या है माजरा

हाइलाइट्स

  • कटिहार के दो छात्रों के अकाउंट में आए 960 करोड़ रुपए, ट्रांजेक्शन का सोनू सूद से कनेक्शन?
  • ट्रांजेक्शन के लिए स्पाइस मनी कंपनी की प्रणाली का इस्तेमाल करता है इंडसलैंड बैंक
  • उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक ने दी सफाई, अब जांच में इंडसलैंड बैंक भी शामिल
  • सीएससी पर छात्रों को एकाउंट में कैसे दिखा पैसे, जांच का आदेश: डीएम

कटिहार
बिहार के कटिहार जिले से कुछ दिन पहले यह खबर सामने आई थी कि स्कूल में पढ़ने वाले दो छात्रों के बैंक खातों में 960 करोड़ रुपये से ज्यादा जमा हो गए हैं। मामला जिले के अजमानगर के पस्तिया गांव के निवासी दो छात्रों गुरुचरण विश्वास और असित कुमार से जुड़ा है, जिनके खातों में अचानक 960 करोड़ रुपये जमा हो गए थे।

गुरुचरण विश्वास और असित कुमार 15 सितंबर को अपने बैंक खाते का बैलेंस चेक करने के लिए ग्राहक सेवा केंद्र गए थे। तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके खाते में करोड़ों रुपये हैं। जब कटिहार सहित पूरे बिहार में दोनों छात्रों के खाते में करोड़ों रुपये आने की चर्चा चल रही थी, वहीं सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित मुंबई में बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद के घर पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी चल रही थी।

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ट्रांजेक्शन के लिए स्पाइस मनी कंपनी की प्रणाली का इस्तेमाल करता है इंडसलैंड बैंक
बिहार के कटिहार के दो छात्रों ने इंडसलैंड बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र पर जाकर अपने खाते का बैलेंस चेक किया। इंडसलैंड बैंक में ट्रांजेक्शन के लिए स्पाइस मनी कंपनी की प्रणाली का उपयोग किया जाता है। स्पाइस मनी कंपनी के ब्रांड एंबेसडर अभिनेता सोनू सूद हैं। इस कंपनी में सोनू सूद की बड़ी भूमिका है। इसलिए यह सवाल खड़ा हो गया है कि कटिहार में बैंक खाते के लेन-देन का सोनू सूद से कोई लेना-देना है या नहीं।

उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक ने दी सफाई, अब जांच में इंडसलैंड बैंक भी शामिल
इस मामले में उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक भेलागंज शाखा की ओर से जानकारी दी गई है कि दोनों छात्रों के बैंक एकाउंट में ऐसा कोई रुपया नहीं दिख रहा है। बैंक प्रबंधक एमके मधुकर ने इस पूरे मामले पर सफाई जारी करते हुए कहा कि छात्रों के एकाउंट में इस तरह से कोई रुपया नहीं दिखाई दिया है, इसकी रिपोर्ट जिला प्रशासन के जांच के आदेश के बाद डीएम को सौंप दी है। दोनों छात्रों के खातों में अचानक हुआ लेन देन साइबर अपराध से जुड़ा हो सकता है। मधुकर ने कहा कि अब इंडसलैंड बैंक को भी जांच में शामिल किया गया है और उनसे दस्तावेज जारी करने को कहा है।

सीएससी पर छात्रों को एकाउंट में कैसे दिखा पैसे, जांच का आदेश: डीएम
हालांकि जिलाधिकारी उदयन मिश्रा ने कहा कि निश्चित तौर पर उत्तरी बिहार ग्रामीण बैंक के एकाउंट में यह नहीं दिखा है, जिसे लेकर बैंक की तरफ से सफाई भी आ चुकी है। लेकिन कैसे ये कुछ देर के लिए ग्राहक सेवा केंद्र में छात्रों को दिखा था, इसकी जांच के लिए आदेश दिया है।

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