बांदा- अलग राज्य बनाने को लेकर बुंदेलखंड आजाद सेना अगले महीने से करेगी आंदोलन

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बांदा: बुंदेलखंड आजाद सेना नें कहा हैं कि वह अगले महीने से बुंदलेखंड को अलग राज्य के रुप में दर्जा देने के लिए बहुत बड़ा आंदोलन करेगी। रविवार को एक प्राईवेट स्कूल में हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अगस्त महीने से बुंदेलखंड को आजाद कराने के लिए बहुत बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।

अध्यक्ष प्रमोद आजाद का बयान

अध्यक्ष प्रमोद आजाद नें कहा कि वह बुंदेलखंड राज्य न बनने तक चैन की साँस नहीं लेंगें। जबकि प्रवक्ता रामजी भाई नें कहा कि बुंदेलखंड हमें जान से भी प्यारा हैं। अलग राज्य बनाना हमार संकंल्प हैं। बैठक में सर्व सम्मति से संगठन के नगर अध्यक्ष पद पर आशीष कुमार साहू को चुना गया हैं। दरअसल पिछले कईं सालों से बुंदलेखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर के एक अलग राज्या के रूप में स्थापित किए जाने की बात कहीं जा रहीं हैं। लगभग 25 करोड़ की आबादी वाले अत्तर प्रदेश में बुदेलखंड को कम तरजीह दी जाती रहीं हैं। जिस से बुंदलेखंड का ठीक से विकास नहीं हो पाया हैं।

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बुंदलेखंड में युवाओं को रोज़गार नहीं मिलता है

आज भी बुंदलेखंड में युवाओं को रोज़गार नहीं मिलता हैं। बुंदलेखंड भी बाकी राज्यों की तरह हीं पलायन की समस्या का सामना कर रहा हैं। अब बुंदेलखंड के लोगों को लगता हैं कि उत्तर प्रदेश से अलग हो कर ही बुंदेलखंड को विकसित किया जा सकेगा। लोगों का मानना हैं कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य को संभालने के लिए एक मुख्यमंत्री ही काफी नहीं हैं। उत्तर प्रदेश के कई जिले ऐसे है जो खुद को बाकी जिलों से कम विकसित मानते हैं। जिसका आरोप वह प्रदेश के बड़े होने पर लगाते हैं। यही बात बुंदेलखंड के लोग कई सालों से कह रहे हैं

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जानकार मानते हैं कि अगर बुंदलेखंड उत्तर प्रदेश से अलग होकर एक राज्य के रुप में खुद को स्थापित कर लेता हैं तो वह काफी हद तक अपने पैरों पर खड़ा होकर विकास की तरफ जा सकेगा। इससे पहले सन 2000 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार नें उतराखंड को उत्तर प्रदेश से अलग कर के राज्य के रुप में स्थापित किया था। जिस से अब उतराखंड काफ़ी हद तक विकास के रास्ता पर आ रहा हैं।