मोबाइल फोन हमारे दैनिक जीवन में आवश्यक उपकरण हैं। हालाँकि, क्या यह कभी आपने सुना है कि फोन भी दूषित हो सकता है और कोविद -19 फैल सकता है? सेल फोन पूरे दिन उपयोग किए जाते हैं और वे प्रक्रिया में अधिकतम गंदगी जमा करते हैं। इसलिए, डिवाइस को साफ रखना अत्यावश्यक है।
फोन कीटाणुओं से भरे होते हैं जो तेजी से संचारित हो सकते हैं। हमें उन्हें साफ करने की जरूरत है। यह संचरण का एक महत्वपूर्ण तरीका है क्योंकि यह आपकी उंगलियों और चेहरे को छूता है। आपके फोन की सतह पर मौजूद कीटाणु किसी भी अन्य धातु की तरह दो घंटे से नौ दिनों के बीच सक्रिय रह सकते हैं।
इस महामारी के बीच दो सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनियों ने उपभोक्ताओं की मदद के लिये दिशानिर्देश अपलोड किये हैं जिसमें कहा गया है कि 70 प्रतिशत आइसोप्रोपिल अल्कोहल या क्लोरोक्स विसंक्रामक वाइप्स का इस्तेमाल फोन को स्विच ऑफ कर उसकी बाहरी सतह को हल्के हाथ से साफ करने के लिए किया जा सकता है। सीडीसी के मुताबिक मोबाइल फोन, काउंटर, टेबल के ऊपरी हिस्से, दरवाजों की कुंडियां, शौचालय के नल, की-बोर्ड, टेबलेट्स आदि के साथ सबसे ज्यादा स्पर्श की जाने वाली सतहों में से हैं।
यह भी पढ़ें :क्या कोरोना वायरस जूतों या पॉलीबैग से भी फैलता है?
डॉक्टरों ने आईसीयू और ऑपरेशन थियेटर जैसी जगहों पर मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के साथ ही बात करते वक्त इसके चेहरे पर सीधे स्पर्श से बचने के लिये हेडफोन के इस्तेमाल की सलाह दी है। उनका कहना है कि मोबाइल फोन, हेडफोन या हेडसेट्स को किसी के साथ साझा न करें। जहां संभव हो वहां इंटरकॉम सुविधा के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया जाए।
Today latest news in hindi के लिए लिए हमे फेसबुक , ट्विटर और इंस्टाग्राम में फॉलो करे | Get all Breaking News in Hindi related to live update of politics News in hindi , sports hindi news , Bollywood Hindi News , technology and education etc.