क्या COVID-19 भोजन और पैकेजिंग से नहीं फैल सकता है?

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WHO ने कहा है, भोजन या उसकी पैकिंग से कोरोना वायरस नहीं फैलता है, अब तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है। लोगों को फूड चेन में वायरस से डरने की जरूरत नहीं है। WHO की महामारी विशेषज्ञ मारिया वेन का कहना है कि चीन ने पैकेजिंग के सैकड़ों टेस्ट किए हैं। इस दौरान 10 से भी कम पैकेज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। WHO ने यह बयान चीन में ब्राजील से आए चिकन के पंख में कोरोना मिलने के बाद दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के इमरजेंसी प्रोग्राम हेड माइक रेयान के मुताबिक, लोगों को खाने और उसकी पैकिंग से डरने की जरूरत नहीं है।

हाल ही में चीन ने ब्राजील से भेजे गए फ्रोजन चिकन के पंख में कोरोनावायरस मिलने का दावा किया है। पिछले हफ्ते यहां के यांताई शहर में इक्वाडोर से भेजी गईं समुद्री झींगा मछली भी संक्रमित मिलने की बात कही गई थी। चीन ने जून में ब्राजील समेत कुछ अन्य देशों से मीट इंपोर्ट रोक दिया था। हालांकि, बाद में इसे हटा लिया गया था।शेनझेन के लोकल डिजीज कंट्रोल सेंटर (सीडीसी) ने नियमित जांच के दौरान ब्राजील से भेजे गए चिकन का सैंपल लिया था। जांच करने पर रिपोर्ट पॉजिटिव आई। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि संक्रमित चिकन के संपर्क में आए कुछ लोगों और दूसरे प्रोडक्ट की भी जांच की गई, लेकिन उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। फिलहाल ब्राजील ने इस पर कोई बयान जारी नहीं किया है।

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यह मामला सामने आने के बाद कई भ्रमित करने वाली खबरों के कारण WHO ने स्थिति साफ की।इससे पहले बीजिंग के शिनफैडी मार्केट में कोरोना वायरस मिला था। जब वायरस की जीन सीक्वेंसिंग की गई तो सामने आया कि इसकी उत्पत्ति यूरोपीय देश में हुई है। यहां से इस बात की चर्चा शुरू हुई कि वायरस फ्रोजेन फूड के जरिए फैल सकता है। जर्मनी में कोरोना के मामले ऐसे स्लॉटरहाउस के कारण बढ़े हैं, जहां मीट को कम तापमान पर स्टोर किया जाता था और इसे बाहर ट्रांसपोर्ट किया जाता था।बीते दिनों हुई कुछ स्टडीज में दावा किया गया कोरोना से ठीक हुए व्यक्तियों के शरीर में बनी एंटीबॉडी कुछ महीनों में तेजी से कम हो रही हैं। ऐसे लोगों के दूसरे बार संक्रमित होने की आशंका बढ़ जाती है। हालांकि, दोबारा संक्रमित होने के कुछ की मामले सामने आए हैं।

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विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि दूषित खाना खाकर हर दस में से एक इंसान को बीमारी लगती है। दूषित या कंटेमिनिटेड फूड खाकर हर साल 4,20,000 लोगों की जान जाती है। सी फूड, अनकूक्ड मीट और उत्पाद पर मिलने वाले सालमोनेला और नोरोवायरस से डायरिया और पेट और आंतों में जलन जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।हालांकि डायरिया भी कोविड-19 का एक लक्षण है लेकिन जानकार अभी इस बात पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं कि क्या वायरस किसी कंटेमिनिटेड फूड आइटम की सतह को छूने पर किसी इंसान के श्वासतंत्र तक पहुंच सकता है।

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