शुगर को मधुमेह के नाम से जाना जाता है. शुगर एक बहुत ही पुरानी बीमारी हैं. जिसके वजह से मनुष्य के शरीर में इंसुलिन का उत्पादन बहुत कम मात्र में होता हैं. यह एक ऐसी बीमारी है, जो मनुष्य को होती है और आजीवन मनुष्य में रहती है. जिससे मनुष्य को लंबे समय तक उच्च रक्त स्तर पर शर्करा की मात्रा बढ़ जाती है. शुगर को मधुमेह, डायबिटीज, मेलेटस, शुगर, चीनी रोग आदि के नामों से पुकारा जाता है. यह एक बहुत ही खतरनाक बीमारी है.
मधुमेह को दो भागों में बाँटा जाता हैं.
इंसुलिन न बनना
इंसुलिन का कम होना या इस्तेमाल में ना होना
इंसुलिन न बनना
डायबिटीज होने का प्रमुख कारण शरीर के बनने वाले इंसुलिन की कमी है. जिसकी वजह से ब्लड में शुगर का लेवल बढ़ने लगता है. और शरीर में कई तरह की परेशानियां हो जाती है. अगर शरीर में इंसुलिन पूरी तरह बनना बंद हो जाए, तो शरीर की कोशिकाओं को काम करने के लिए पर्याप्त शुगर या ग्लूकोज नहीं मिल पाएगा. जिसे डायबिटिक व टोएसिडोसिस भी कहते हैं. ये डायबिटीज की एक खतरनाक स्टेज होती है. जिसके वजह से आपकी जान भी जा सकती है.
इंसुलिन का कम होना या इस्तेमाल में ना होना
पाचन तन्त्र आपके खाने में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स को ग्लूकोज़ में बदल देता है. इंसुलिन, एक ऐसा हॉर्मोन है जो आपके अग्न्याशय नाम के अंग से उत्पन्न होता है.ये ग्लूकोज़ को सोखता और कार्बोहाइड्रेट्स और फ़ैट मेटाबॉलिज़्म को नियंत्रित करता है. अगर किसी व्यक्ति के शरीर में इंसुलिन की कमी हो या इसका कम इस्तेमाल होता है तो इसमें शरीर में उत्पादित इंसुलिन का सही उपयोग नही हो पाता है. शरीर में इंसुलिन की ज्यादा मात्रा के होन के कारण भी अग्नाशय इंसुलिन नहीं बना पाता हैं. जिससे रोगी दवाइयों और उचित जीवन शैली पर निर्भर रहते हैं.
शुगर होने के लक्षण :
बार-बार पेशाब का आना, कोई भी चोट या जख्म देरी से भरना, बार-बार फोड़े-फुंसियाँ निकलना, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन दिखाना, गुप्तांगों पर खुजली वाले जख्म होना, आँखों की रौशनी का कम होना, ज्यादा मात्र में प्यास लगना आदि ये लक्षण शुगर होने वाले व्यक्तियों में पाए जाते है.
शुगर से बचाव के उपाय
एक दिन में तीन बार भोजन और दो बार स्नैक्स अवश्य खाएं. इस बीमारी से जूझ रहे लोगों के शरीर में रक्त में शर्करा की मात्रा कम हो सकती है. अगर आप इसे नियमित रूप से नहीं लेते हैं. भूख लगने पर खाना न खाने की वजह मीठा खाने की इच्छा हो जाती है. जो आपके शुगर को बढ़ाने में मदद करती है. इसलिए समय पर भोजन कारना बहुत ही आवश्यक होता है.
ऐसा आहार आप अपने भोजन में इस्तेमाल करें जो सब्जियों और फलों का एक परफेक्ट मिक्स हो. जिसमें सभी विटामिन्स और मिनरल्स हो जो शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में कार्य करती हो. शरीर को अनचाहे रोगों से बचाएं रखे. रक्त शुगर के हाई लेवल को कम करके शुगर को संतुलन में रखें.
कहते हैं की जब व्यक्ति को शुगर जैसी समस्या होती है तो उसे अपने ब्रेकफास्ट प्रोटीन, वसा और नुट्रिएंट्स वाला नाश्ता ही करना चाहिए. साथ ही अगर आप भोजन कर रहे है तो अपने भोजन में प्रोटीन और कम वसा के साथ-साथ सभी जरूरी तत्वों को शामिल करें. जो रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सके.
आपका भोजन अच्छी गुणवत्ता वाले मल्टीविटामिन और खनिज पूरक, ओमेगा 3 फैटी एसिड और विटामिन डी 3 से भरपूर होना चाहिए. पोषक तत्व की कमी आपकी कमजोरियों को बढ़ा सकता है.
सभी अच्छी तरह से जानते है कि व्यायाम करना हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है.
जिसके वजह से कई बीमारी हमारे शरीर से दूर हो जाते है. व्यायाम करके भी शुगर को कम कर सकते है. आप व्यायाम को प्रतिदिन करते है ,तो यह इस रोग की गंभीरता को कम करता है. अगर आप पूरी नींद लेंगे तो आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहगी. इससे आपके शरीर की थकान भी समाप्त हो जाती है. यह भी शुगर को कम करने में काफी मदद करता है.
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मेडिटेशन भी एक बहुत ही अच्छा तरीका है जिससे आप शुगर को नियत्रंण कर सकते है मडिटेशन करने से कॉलेस्ट्रॉल, एड्रेनालाईन और नार एड्रेनालाईन के रूप में तनाव हार्मोन इंसुलिन और ग्लूकोज के स्तर के उत्पादन को तेज करके शुगर लेवल को संतुलित कर सकता हैं. हमारे शरीर से टॉक्सिन्स को निकालने के लिए पानी की जरूरत होती हैं और पानी को हम ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं तो शूगर को भी नियंत्रित कर सकते है.
आशा करते है कि आप सभी को इस प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा. आप लोग ऐसे ही प्रश्न पूछते रहिए हम उन प्रश्नों के उत्तर आपको खोजकर देंगे. आप कमेंट बॉक्स में अपनी राय और कमेंट करके अपने प्रश्नों को पूछ सकते है. इस सवाल को पूछने के लिए आपका धन्यवाद