बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है, और सीबीआई नें इसकी जांच भी शुरु कर दी हैं। वही दुसरी तरफ़ बिहार के नवरुणा हत्याकांड मामले में जांच कर रहीं सीबीआई की टीम आरोपियों के ख़िलाफ़ चार्जशीट दाख़िल नहीं कर सकी हैं। जिसकी वजह से हत्याकांड में शामिल लोगों को ज़मानत मिल गई हैं। बालिका गृह मामले के तार ताकतवर लोगो से जुडे होने की बातें सामने आ रहीं हैं। इसलिए हर कोई चाहता हैं की इस मामले के सभी आरोपी जल्द पकड़े जाए।
होगी कमरों की जांच
सीबीआई की टीम जांच के दौरान उन कमरों की भी जांच करेगी जहां पर बच्चियों के साथ यौन शोषण होता था। इसके पहले सीबीआई की टीम बालिका गृह जांच के लिए गई थी। सीबीआई की टीम उस वक्त चौक गई थी जब उन्होंने देखा की वहां पर घुमावदार सीढियां जानलेवा सीढियां है जो सीधे बालिका गृह के अंदर तक जाती हैं। कमरों में अंधेरा होने के कारण सीबीआई की टीम आगे की पड़ताल के लिए आगे नहीं जा सकी।
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तथ्यों की पड़ताल
सीबीआई की टीम नें उस महिला थानेदार से भी पूछताछ की जिन्होंने मामले की एफआईआर दर्ज की थी। सीबीआई के अधिकारियों नें महिला थानेदार से घंटों केस के बारे में पूछताछ की। जब महिला थानेदार केस की फाइल लेकर वहां पहुँची थी तो सीबीआई के अधिकारियों नें उस फाइल को पड़ कर सबूतों को जुटाने की कोशिश की।
सीबीआई अधिकारी महिला थानेदार को अपने साथ लेकर उस केंद्र गई जहां पर बच्चियों के साथ यौन शोषण होता था। सीबीआई नें जांच के लिए महिला थानेदार को अपने साथ इसलिए ऱखा क्योंकि महिला थानेदार सभी जगहों के बारे में सीबीआई को बता सके।
फिर से लिया जा सकते है पीडीत लड़कियों के बयान
सीबीआई जांच पुरी करने के लिए पीडीत लड़कियों के बयान फिर से ले सकती हैं। इन बयनों की प्रस्तुती सीबीआई की टीम फिर से कोर्ट में करा सकती हैं।
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