भारत और पाक में LoC पर तनाव को लेकर चीन ने कहा शांति से सुलझाएं विवाद

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भारत और पाक में LoC पर तनाव को लेकर चीन ने कहा शांति से सुलझाएं विवाद

जम्मू- कश्मीर में नियंत्रण रेखा यानी की एलओसी पर भारत-पाक के बीच तनाव को लेकर चीन ने बयान जारी किया है. जिसमें चीन के विदेश मंत्रालय द्वारा यह कहा गया है कि भारत और पाक को टकराव से बचना चाहिए. इसी के साथ यह भी कहा गया कि बातचीत करने से मसले हल हो जाते है इस समस्या पर बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए.

चीन के विदेश मंत्रालय ने कश्मीर के हालातों पर अपनी नजर बनाए रखा है. जिसकों देखते हुए उन्होंने यह कहा है कि विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए बातचीत करना ही एकमात्र रास्ता है. पिछले कुछ दिनों से भारत और पाकिस्तान के बिच लगातार तनाव बना हुआ है. इस तनाव के चलते पाकिस्तान की ओर से लगातार सीजफायर यानी की किसी युद्ध में जूझ रहे पक्षों में आपसी समझौते से लडाई को रोक देना. लेकिन पाक द्वारा इसका उल्लंघन किया जा रहा है.

इसका जीता-जागता उदाहरण है लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाक की ओर से गुरूवार की रात को सीजफायर का उल्लंघन किया जाना. जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना की चौकियों को तबाह कर दिया. साथ ही भारतीय सेना ने 3-4 पाकिस्तानी रेंजर्स को भी ढेर कर दिया. पाकिस्तान ने पुंछ-राजौरी सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन कर मोर्टार दागे थे.

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इससे पहले भी पीपल्स लिबरेशन आर्मी द्वारा कहा गया कि भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच संबंध बेहतर हो रहें हैं. चीन की सेना ने गुरुवार को यह बात कही कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के प्रयासों से भारतीय सेना के साथ उनके संबंधों में ‘सुधार’ हो रहें है.

चीन के रक्षक प्रवक्ता कर्नल वू कियान ने भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर ताजा हालातों की जानकारी दी है जिस पर उन्होंने कहा है कि हाल ही में भारत में आतंकवाद रोधी संयुक्त अभ्यास ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और क्षेत्रीय स्थिरता की रक्षा करने के दोनों तरफ के ‘इरादों’ को दिखाया है.

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इस संवाददाता सम्मेलन में जब चीन के रक्षा प्रवक्ता कर्नल वू कियान से पूछा गया कि पीएलए इस साल भारत के साथ संबंधों को कैसे देखता है, तो उन्होंने कहा कि चीन-भारत संबंधों में सैन्य संबंध सभी संबंधों में से सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. दोनों ही देशों के शीर्ष नेताओं को इसका श्रेय जाता है कि सैन्य संबंधों में सुधार हो रहा है और दोनों देश लगातार रणनीतिक वार्ता कर रहे हैं और व्यावहारिक संबंध बनाए हुए हैं.’