उफ्फ, बंद हो गया आपका मैक्डॉनाल्ड!

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उफ्फ, बंद हो गया आपका मैक्डॉनाल्ड!
उफ्फ, बंद हो गया आपका मैक्डॉनाल्ड!

युवाओं का मनपंसद बर्गर, क्या अब उनके बीच से दूर चला जाएगा। जी हाँ, अगर आप भी मैक्डॉनाल्ड के शौकीन है, तो यह खबर सिर्फ आपके लिये है, तो ध्यान से पढ़िये इस खबर को।

दुनिया की सबसे बड़ी फास्ट-फूड कंपनी मैक्डॉनाल्ड ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि वह भारत के उत्तरी और पूर्वी क्षेत्रों में अपने 169 रेस्तरां को बंद करने की योजना बना रहा है। इसकी प्रमुख वजहों में अपने लोकल पार्टनर्स के साथ बढ़ रहे विवाद को बताया जा रहा है। इस फैसलें से संभवत: कंपनी के हजारों लोग बेरोजगार हो सकते हैं। जी हाँ, अगर कंपनी ने यह फैसला लिया तो बंद हो सकता है आपका मैक्डॉनल्ड? आपको बता दें कि अमेरिकी फास्ट फूड कंपनी मैक्डॉनल्ड के भारत में कुल 430 आउटलेट हैं, जिसमें से 169 आउटलेट को कंपनी बंद कर सकती है।

जानियें, मैक्डॉनल्ड ने क्यों लिया फैसला-
खबर के मुताबिक, अमेरिकी कंपनी मैक्डॉनल्ड का कहना है कि वह ऐसी कार्रवाई करने के लिए “मजबूर” था क्योंकि उनके पार्टनर कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट प्राइवेट लिमिटेड ने अपने फ्रेंचाइज समझौते की शर्तों का उल्लंघन किया था। इतना ही नहीं जब इस बारे में मैक्डॉनल्ड्स से बात करने की कोशिश की गई तो उसने किसी भी प्रकार की प्रतिक्रिया से इनकार कर दिया। हालांकि उसने कहा कि इससे कर्मचारियों, सप्लायर और लैंड-लॉर्ड्स पर पड़ने वाले असर को कम करने की कोशिश की जाएगी, जो कि आउटलेट बंद होने से प्रभावित हो सकते हैं। लेकिन ऐसा हुआ तो लाखों की संख्या में लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

सीपीआरएल का क्या कहना है-
आपको बता दें कि मामलें में सीपीआरएल के प्रबंध निदेशक विक्रम बख्शी का कहना है कि यह फैसला एक “बड़ा झटका” है। साथ ही कंपनी इस पर सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रही है। मैक्डॉनाल्ड के एक फैसले के बाद बख्शी ने कहा कि कंपनी का यह निर्णय एनसीएलटी यानी नेशनल कंपनी लॉ टिब्यूनल के आदेश को चुनौती देने वाला है। इसके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाये जाएंगे। साथ ही उचित कार्रवाई भी की जाएगी।

पूरा मामला क्या है-
खबरों की माने तो अमेरिका की दिग्गज कंपनी मैकडॉनल्ड्स और कनॉट प्लाजा रेस्टोरेंट्स के बीच काफी समय से कानूनी लड़ाई चल रही है। चार साल पहले अगस्त 2013 में सीपीआरएल के मैनेजिंग डायरेक्टर पद से विक्रम बख्शी को हटाने के बाद से ही बख्शी और मैकडॉनल्ड्स के बीच लड़ाई जारी है। बख्शी ने इस विवाद को कोर्ट में चुनौती दी है। कानूनी लड़ाई की वजह से हो सकता है भारत में मैक्डॉनाल्ड।

हजारों लोगों की रोज-रोटी छीन जाएगी-

आपको यह भी बता दें कि इस फैसले से हजारों लोगों की नौकरियां जाने की संभावनाएं तेज हो गई हैं। साथ ही यह भारत में तेजी से बढ़ते रेस्तरां बाजार में मैक्डॉनल्ड्स के शेयर्स को भी नुकसान पहुंचा सकता है, जहां यह पहले से ही इसका प्रतिद्वंदी डोमिनोज पिज्जा इसकी पकड़ को लगातार कमजोर कर रहा है। अगर कंपनी ने यह फैसला लिया तो साफ जाहिर है कि इसमें कार्यरत लोगों की रोजी-रोटी छीन जाएगी।

बहरहाल, कंपनी क्या फैसली लेती है, यह तो खैर वक्त ही बताएगा लेकिन एक बात तो साफ है, अगर ऐसा हुआ तो युवाआ पीढ़ी को इससे बड़ा झटका लगेगा, क्योंकि युवाओं के बीच में इसने लोकप्रियता के तमाम आयाम छू लिये है।