कश्मीर रवाना होगा कांग्रेस पार्टी का एक ग्रुप!

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कश्मीर रवाना होगा कांग्रेस पार्टी का एक ग्रुप!
कश्मीर रवाना होगा कांग्रेस पार्टी का एक ग्रुप!

देश में अपनी खोई हुई छवि को वापस पाने के लिये कांग्रेस पार्टी हर हथकंडे अपनाती दिख रही है। गौरतलब है कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के बाद से ही कांग्रेस पार्टी की छिव डूबने के कगार पर आ चुकी है, ऐसे में कांग्रेस पार्टी यह प्रयास कर रही है कि वो अपनी छवि को डूबने से बचा ले, यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी अब देश के लगभग हर राज्य का मुयाना करती नजर आ रही हैं।

अपनी खोई हुई पहचान को वापस पाने की कोशिश में लगभग जुट गई है कांग्रेस। इसी सिलसिले में कश्‍मीर पर कांग्रेस पार्टी की नीति तैयार करने के लिए एक ग्रुप अगले महीने कश्मीर रवाना होगा। आपको बता दें कि पॉलिसी ग्रुप नाम के इस संगठन का नेतृत्‍व पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह करेंगे। साथ ही मनमोहन सिंह ही इसके अध्‍यक्ष भी होंगे। खबर के मुताबिक, डॉ. मनमोहन सिंह के साथ गुलाम नबी आजाद और अंबिका सोनी के नाम फाइनल किए गए हैं, जो कश्‍मीर में जाकर वहां के हालातों की समीक्षा करेंगे और पार्टी की नीति तय करेंगे। मतलब साफ है कि कांग्रेस अब जमीनी स्तर पर राजनीति करने के मूड में आ चुकी हैं।

आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस अध्‍यक्ष सोनिया गांधी ने इस ग्रुप के सदस्‍यों के नाम तय किए थे। अब यह ग्रुप पूरी तरह से तैयार हो चुका है। खबर पर गौर करें तो यह ग्रुप 10 सितंबर को जम्मू और 16 सितंबर को कश्मीर घाटी का दौरा करेगा। इसके साथ ही इस दौरान लद्दाख का भी दौरा होगा, जिसकी तारीख बाद में तय की जायेगी। सूत्रों की माने तो यह ग्रूप जमीनी स्तर पर जम्‍मू और कश्‍मीर के विभिन्‍न लोगों से बात करेगा और उनकी विचारधारा जानने के साथ ही कश्‍मीर में लोगों की समस्‍याओं पर बात भी करेगा।

आपको यह भी बता दें कि कांग्रेस पहले ही इस ग्रुप को कश्मीर भेजने वाली थी लेकिन वहां का महौल ठीर न होने की वजह से यह प्लान कैंसल हो गया था, जिसकी वजह से अब यह प्लान बनाया गया है। फिलहाल, अभी तक यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि यह ग्रुप अलगाववादियों से भी बात करेगा या नहीं। हालांकि कांग्रेस का कहना है कि जनता से बात कर समस्‍या की जड़ तक पहुंचा जाएगा।

सोनिया-राहुल को सौंपी जाएगी रिपोर्ट…

खबर पर गौर किया जाए तो जम्‍मू-कश्‍मीर में दौरे के बाद तैयार की गई रिपोर्ट कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपी जायेगी।

बहरहाल, कांग्रेस को इस दौरे से कितना फायदा होता है, यह तो खैर वक्त ही बताएगा, लेकिन एक बात तो साफ है कि कांग्रेस मेहनत करने में जुट चुकी हैं।