क्या कोरोना के कारण देश में घट रहा है क्राइम रेट
देशभर में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है , कोरोना से संक्रमण का मामला 29000 के पार जा चुका है , जो चिंता का विषय है। कोरोना की चैन को तोड़ने के लिए सम्पूर्ण देश में लॉक डाउन जारी है। हालांकि कुछ जगहों पर दुकान इत्यादि खोलने के निर्देश दे दिए गए है लेकिन कोरोना का संक्रमण दिन – प्रति दिन फैलता ही जा रहा है। लेकिन इस बीच एक राहत की खबर भी आई है कि दिल्ली समेत कई राज्यों में क्राइम रेट के स्तर में भारी कमी आई है।
देशभर में जारी लॉकडाउन के कारण हत्या-दुष्कर्म जैसे अपराधों की दर में 90 प्रतिशत तक की कमी आई है। सड़क पर होने वाले अपराध, सेंधमारी, वाहन चोरी जैसे हर अपराध घटे हैं। इसकी एक वजह सड़क पर तैनात भारी पुलिसबल है। इसके अलावा सड़क दुर्घटनाओं में भी 95 प्रतिशत तक की कमी आई है।
जनता कर्फ्यू के बाद नए तरह के मामले दर्ज हुए हैं उनमें पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट, मास्क और सैनिटाइजर की जमाखोरी, लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करना, विदेश से आने की जानकारी छिपाना और फर्जी खबरें फैलाने वाले के खिलाफ की गई कार्रवाई शामिल है।
क्राइम रेट में भाड़ी कमी का सबसे बड़ा कारण पुलिस की चौकसी को माना जा सकता है। अगर पुलिस किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर देखने पर सख्ती से सवाल-जवाब के साथ उनके खिलाफ एफआईआर जैसे कड़े कदम उठा रही है। हालांकि चोरी जैसे मामले जरूर सामने आये है लेकिन लेकिन पहले के मुकाबले इनकी संख्या में कमी देखी गई है।
बेशक कोरोना ने इस वक़्त पूरी दुनिया को हिला डाला है लेकिन कोरोना के कारण हुए लॉकडाउन से सकारात्मक प्रभावों को नज़र अंदाज़ नहीं कर सकते , चाहे बात करे प्रदुषण स्तर की या क्राइम रेट की लॉकडाउन से इनमे बड़ा बदलाव देखा गया। जो राहत की खबर है।