गोरखपुर में भी महिलाओं की कटी चोटी

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गोरखपुर में भी महिलाओं की कटी चोटी
गोरखपुर में भी महिलाओं की कटी चोटी

बीते कुछ दिनों से देश-प्रदेश की महिलाएं दहशहत में जी रही है। दरअसल, देश के कोने-कोने से महिलाओं की चुटियाँ कटने का मामला सामने आ रहा है। महिलाओं की चोटी कटने की संख्या लगातार बढ़ रही है। चोटी कटने का मामला अफवाहों से भरा हुआ है या फिर इसके पीछे का क्या राज है, यह भी पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है। जी हाँ, आज यूपी के गोरखपुर इलाकें से चोटी कटने का मामला सामने आया है।

आपको बता दें कि शुक्रवार को भी गोरखपुर-बस्ती मंडल में महिलाओं और लड़कियों की चोटी कटने की घटनाएं जारी रहीं। साथ ही गुरुवार की रात से लेकर शुक्रवार तक एक दर्जन से अधिक महिलाओं की चोटियां कट गईं। चोटी कटने के बाद सभी महिलाएं बेहोश पाईं गईं। सभी को निकट के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

खबर के मुताबिक जिन महिलाओं या लड़कियों की चोटी कटी है, उनमें से ज्यादातर महिलाओं की चोटियां सोते समय कटी है। चोटी कटने के बाद महिलाओं और लड़कियाँ तुंरत ही बेहोश हो जा रही है। गोरखपुर में तकरीबन दो दर्जन महिलाओं की चोटी कटने का मामला सामने आया है। चोटी कटने के पीछे किसका हाथ है, यह भी एक बड़ी पहेली बन चुकी है।

देशभर से आने वाले चोटी कटने के मामले पर गंभीरता से गौर किया जाए तो यह मामला केवल अफवाहों से भरा लग रहा है, लेकिन अभी किसी भी नतीजें पर पहुंचना गलत होगा। चोटी कटने के खबरों पर गौर किया जाए तो जहां-जहाँ पुलिस ने जांच की है, वहाँ के अधिकांश मामलें में चोटी काटने वालों में परिवार के सदस्य ही शामिल थे। दूसरी तरफ, एक्सपर्ट की मानें तो उनका भी यही कहना है कि यह सिर्फ अफवाह मात्र है। लेकिन एक बड़ा सवाल खड़ा होता है कि अगर यह सिर्फ अफवाह मात्र है, तो क्यों चोटी कटने के बाद महिलाओं के बेहोश होने की बात सामने आती है?

गोरखपुर में चोटी कटने के मामलें पर गौर किया जाए तो चोटी कटने के बाद महिलाओं को अस्पताल में भर्ती भी कराया गया। चोटी कटने के पीछे के क्या कारण है,या फिर चोटी कटना भी उन अफवाहों में ही शामिल है, जो पिछले कुछ सालों से देश की जनता को दहशत में जीने के लिए समय-समय पर मजबूर करती आई है। अफवाहों से आशय यह है कि मंकी-मैन, मुहँ-नोचुआँ आदि प्रकार के अफवाहों ने बीते कुछ सालों में लोगों का जीना मुश्किल कर दिया था।