मृत्यु पर आस्था की जीत

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हमारे देश में भगवान के प्रति कितनी आस्था और श्रद्धा है, यह किसी से छिपा हुआ नही है। कहते है कि पत्थऱ में भी भगवान होते है… और हमारे देश में तो पत्थर को भगवान का दर्जा देने के साथ ही उन्हे पूजा भी जाता है… फिल्मी दुनिया से लेकर हकीक़त की दुनिया में भी भगवान के महत्व से कोई भी अपरिचित नहीं होगा। आज हम आपके लिए भगवान के प्रति श्रद्धा और विश्वास से भरी वीडियो लाएं है, जिसे देखकर आपका भगवान के प्रति विश्वास और भी ज्यादा बढ़ जाएगा।

जी हाँ, गीतकार संदीप बंसल का यह वीडियो जिसमें आपको उनके मधुर आवाज में एक गीत सुनाई देगा…लेकिन वास्तव में यह सिर्फ एक गीत ही नहीं बल्कि भावनाओं से जुड़ी हुई एक ऐसी कहानी भी है….जो आपके भी जीवन से जुड़ी हुई प्रतीत होगी।
तो चलिए बात करते है कि आखिर क्या है इस वीडियो की कहानी …

यह गीत तो है, लेकिन सिर्फ गीत ही नहीं है, यह एक भावनात्मक कहानी है। इस वीडियो में आपको गीतकार संदीप बंसल के साथ साथ कुछ अन्य किरदार भी नजर आएंगे… यह कहानी है एक फौजी की, जो छुट्टियों में अपने घर आता है, अपने परिवार के साथ मौज-मस्ती करता है..पूरे परिवार का माहौल खुशनुमा रहता है, चारों-तरफ खुशियां ही खुशियां दिखाई देती है, लेकिन अचानक ही टीवी पर एक न्यूज आती है, कि सैनिकों की छुट्टी रद्द कर दी गई, सीमा पर तनाव बढ़ा। यह दखते ही मानो उनकी खुशियों को जैसे ग्रहण लग गया हो…फौजी फौरन ही घर से निकलने लगता है कि तभी उसकी पत्नी उसको भगवान की लॉकिट देती है, जिसे वो अपने पास रख लेता है। उधर फौजी की पत्नी भगवान की मूर्ति के पास बैठकर उसकी सुरक्षा की प्रार्थना करती रहती है। फौजी सीमा पर पहुँच जाता है, वहाँ दोनों तरफ से धुआंधार गोलियां चल रही थी, तभी अचानक से एक गोली फौजी को लग जाती है, जिससे घायल होकर वह जमीन पर गिर जाता है। जैसे ही फौजी को गोली लगती है, उसकी पत्नी ने जो दीपक जलाया था , वो बूझ जाता है, यह देखकर वो घबरा जाती है। उधर फौजी के साथियों ने फौजी के मुंह पर पानी फेका तब उसे होश आया। यह देखकर फौजी और उसके साथी खुश हो जाते है। तभी फौजी को याद आता है कि वह सिर्फ उसकी पत्नी द्वारा दिये गये लॉकिट की वजह से बच गया है और वो भगवान का शुक्रिया अदा करता है। फिर वह अपने घर लौट जाता है, फिर से घर का माहौल खुशनुमा बन जाता है।

यह वीडियो हमें यह एहसास दिलाती है कि सच्ची आस्था और भक्ति इंसान के जीवन में सकारात्मकता लाने के साथ ही उसकी क्षण-क्षण रक्षा भी करती है। हमारे देश के जवान सरहदों पर दिन रात हमारी सुरक्षा के लिए अपने जीवन की बाज़ी लगाते हैं। उनका परिवार सिर्फ एक ही आस पर उनके वापिस आने की उम्मीद रखता है कि भगवन हमारे अपने बच्चे को, पति को, भाई को, पिता को सुरक्षित रखें और वह सही सलामत लौट आएं।