Digital Payment: सामान खरीदने से पहले आप भी पूछते हैं पेटीएम से पेमेंट के बारे में, जानिए क्या है भारत में कैश का ट्रेंड

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Digital Payment: सामान खरीदने से पहले आप भी पूछते हैं पेटीएम से पेमेंट के बारे में, जानिए क्या है भारत में कैश का ट्रेंड

नई दिल्ली
ATM Cash: पिछले कुछ समय से एटीएम से रकम निकासी घटी है, साथ ही बैंक की खिड़की पर लोगों की कतार खत्म होती नजर आ रही है। भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन का चलन तेजी से बढ़ रहा है।

साल 2020 में कोरोना की दस्तक के बाद देश में डिजिटल पेमेंट का चलन चार गुना तक बढ़ चुका है। देश में डिजिटल ट्रांजेक्शन की रकम साल 2016-17 में 1,004 करोड़ रुपये थी जो साल 2020-21 में बढ़कर 5554 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है।

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किन वजहों से बढ़ा चलन
भारत में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ने के बड़ी वजह एक अरब से अधिक कार्ड और 2 अरब से अधिक प्रीपेड पेमेंट इंस्ट्रूमेंट्स हैं। इनमें इंटरनेट वॉलेट, मोबाइल अकाउंट, मोबाइल वॉलेट और डिजिटल पेमेंट मोड आदि शामिल है। सामान खरीदारी में सुविधा, बैंक/एटीएम तक जाने वाले समय की बचत और दुकानदारों के लिए उधार का संकट खत्म होने की वजह से देश में डिजिटल पेमेंट का चलन लगातार बढ़ रहा है।

लोगों को मिली मदद

कोरोना संकट शुरू होने के बाद डिजिटल लेन-देन के ग्राफ में तेजी आई है। सोशल डिस्टेंस और करेंसी नोट से संक्रमण फैलने के खतरे के कारण लोग नगद लेन-देन कम करने लगे। लोग पेमेंट करने के लिए इंटरनेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, भीम एप, फोन-पे, आधार ऑथेंटिक पेमेंट, थर्ड पार्टी पेमेंट, गूगल-पे, फ़ोन पे, पेटीएम से जुड़ने लगे। इन वजहों से डिजिटल ट्रांजेक्शन तेजी से बढ़ गया।

पेमेंट करने में आसानी

भारत सरकार ने इस अवधि में डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए भी कई कदम उठाए। म्यूचुअल फंड, शेयर, सॉवरेन गोल्ड बांड आदि में डिजिटल पेमेंट की मदद से निवेश को सरल बनाया गया। सॉवरेन गोल्ड बांड में डिजिटल पेमेंट करने पर लोगों को प्रति ग्राम सोने पर ₹50 तक का डिस्काउंट भी दिया जा रहा है। इसके साथ ही डिजिटल पेमेंट की स्वीकार्यता पूरे देश में बढ़ने की वजह से अब लोग नकदी देने की जगह इसे आसान मानते हैं।

UPI पेमेंट रिकॉर्ड पर

अगर भारत में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की बात करें तो सिर्फ अक्टूबर में इससे 421 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए हैं। भारत में अक्टूबर के महीने में त्योहारों की खरीदारी होती है।दिलचस्प तथ्य यह है कि ग्रामीण इलाकों में भी अब डिजिटल पेमेंट का चलन लगातार बढ़ रहा है। अगर साल दर साल आधार पर बात करें तो अक्टूबर में यूपीआई पेमेंट में इस साल 100 फ़ीसदी की वृद्धि हुई है और यह 7.7 लाख करोड़ रुपये पहुंच गया है। महीने के हिसाब से बात करें तो अक्टूबर में यूपीआई पेमेंट का टिकट साइज ₹1829 पर स्थिर है।

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