कोरोना वायरस महामारी के दौरान अस्पताल जाना कितना सुरक्षित है
कोरोना वायरस का कहार दुनिया भर में आतंक की तरह फैलता जा रहा है। देश भर में कोरोना के केस की तादाद 10 हज़ार तक जा पहुंची , लॉक डाउन के बाद भी यह आकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। देशभर में एक भय का माहौल पैदा है , गौर करने वाली बात यह है की देश में जहा कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता जा रहा है , इस सन्दर्भ में जो लोग कोरोना से ग्रसित नहीं है , उनके लिए हॉस्पिटल में जांच करना या अपनी समस्य के लिए हॉस्पिटल जाना कितना सुरक्षित है।
आपको बताना चाहेंगे कि लॉकडाउन के दौरान हॉस्पिटल , पुलिस स्टेशन, राशन की दुकान खोली हुई है। हॉस्पिटल में हर तरह की ऐहतिक कदम उठाये गए है और इस माहौल में बड़ी सर्जरी और ऑपरेशन को टालने की भी मांग की गई है। बहुत जरुरी पड़ने पर ही हॉस्पिटल जाने की सलाह दी गयी है। कुछ दिन मोहल्ला क्लिनिक में जांच करवाने आई और पता चला की वो कोरोना वायरस से ग्रषित है और उस मरीज के कारण डॉक्टर और वह आये बाकि मरीज में कोरोना वायरस का संक्रमण का खतरा फैला और बाद में डॉक्टर भी कोरोना से संक्रमित पाए गए।
बहुत ज्यादा जरुरी पड़ने पर ही हॉस्पिटल जाने सलाह दी जा रही , है भारत में भी कोरोना वायरस की जांच बड़े स्तर पर हो रही है और सोशल डिस्टन्सिंग और बड़े स्तर पर जांच ही कोरोना को मा त देने में कारगार सिद्ध हो रही है।
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कोरोना वायरस से दुनियाभर के लोग परेशान है , इस कहर से बचने के लिए लोग अपने घरों में बंद है। जहा कोरोना वायरस के कारण अमेरिका जैसा शक्तिशाली देश बेबस नज़र आरहा है।गर कोरोना को मात देना है तो बड़े स्तर पर टेस्टिंग होना जरुरी है।