हमीरपुर: तीस साल पहले बना रोडवेज डिपो के भवन की हालत काफी खराब है, भवन अब बैठने तक के लायक नहीं है. थोड़ी बहुत बारिश होने से डिपो के कर्मचारी और अधिकारी पानी टपकने से अपनी फाइल समेटने लग जाते है.
माना यह भी जा रहा है कि अगर समय रहते भवन पर ध्यान नहीं दिया गया तो बड़े हादसा होने की भी आशंका है. बता दें कि मुख्यालय स्थित रोडवेज डिपो नजूल की जमीन पर तकरीबन तीस साल पहले बनाया गया था, लेकिन डिपो के भवन की मरम्मत न होने की वजह से आज यह नौमत आ गई है कि बारिश होने से डिपो परिसर के कक्षों में पानी भर जाता है. ये ही नहीं कार्यलयों में बिजली फिटिंग से करंट आने पर कई कर्मचारी चपेट में आ चुके है. इस बारे में कई बार डिपो के अधिकारी शासन को पत्राचार कर चुके है.
नीलम यादव व नेत्रपाल सिंह बीसी का बयान
वहीं ईटीआईएम कक्ष में कई साल से तैनात कर्मचारी नीलम यादव व नेत्रपाल सिंह बीसी ने कहा है कि वह यहां करीब एक साल से बैठकर काम कर रहें है. यही हाल चेकिंग सेक्सन वाले कक्ष का भी है. बारिश के पानी भरने से कर्मचारियों को बैठक कर काम करने में परेशानी आती है.
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बजट न मिल पाने की वजह से निर्माण कार्य लटका
बहरहाल, डिपो के वर्कशॉप निर्माण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है. कुछेछा में जमीन अधिग्रहीत कर ली गई है. लेकिन बजट न मिल पाने की वजह से निर्माण कार्य को निलंबित होना पड़ रहा है. वहीं स्थानीय रोडवेज डिपो में ही वर्कशॉप होने से भी परेशानी होती है. ऐसे में बसें सड़क पर खड़े होकर सावरियां भर्ती और उतारती है. जिसके कारण आस-पास जाम की स्थिति बन जाती है. एआरएम सुहैल अहमद का ने कहा कि भवन जर्जर है. बनने लायक है. वह डिपो भवन के निर्माण को लेकर निरंतर पत्राचार कर रहें है. जिस भी दिन परिवहन मंत्री आए तो उसनके सामने भवन निर्माण का प्रस्ताव रखेंगे.