जापान के अनसुने और अनोखे फैक्ट्स
जापान अपनी अडवांस्ड टेक्नोलॉजी के कारण विश्वभर में मशहूर है। जापान के बारें में कई चीज़ें मशहूर हैं जैसे जापान के लोग बहुत मेहनती होते हैं। आज हम आपको वाकिफ करने वाले है जापान के कुछ ऐसी चीज़ें बताएंगे जिसे जानकार आप चौंक जायेंगे। आइये विस्तार से जानते हैं।
1- जापानी भाषा में “जापान” का नाम ‘निहोन’ या ‘निप्पॉन’ है, जिसका मतलब होता है “लैंड ऑफ़ द राइजिंग सन।” एक समय ऐसा माना जाता था कि जापान पहला देश था जहाँ पर सुबह पूर्व में सूर्य निकलते देखा जाता था।
2- सबसे ज्यादा समय तक जीने के मामलें में जापान दुनिया का तीसरा देश है। यहाँ पर पुरुष औसतन 81 साल और औरतें 88 साल जीती हैं। जापानी अमेरिकियों की तुलना में औसतन चार साल अधिक जीते हैं।
3- जापान में लगभग 6,800 से ज्यादा आईलैंड हैं। जापान में काली बिल्ली को गुडलक माना जाता है।
4- टोक्यो दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वला मेट्रोपोलिटिन सिटी है। यहाँ पर करीब साढ़े तीन करोड़ लोग रहते हैं।
5- जापानी की 21% आबादी 65 साल के ऊपर की है। जोकि दुनिया में सबसे ज्यादा है। जापान में आज जितने बच्चे हैं, उससे कहीं ज्यादा बूढ़े लोग हैं।
6- जापानी दुनिया में किसी भी अन्य लोगों की तुलना में अधिक मछली खाते हैं, वह हर साल करीब 17 मिलियन टन की मछली खा जाते हैं। जापान समुद्री भोजन का दुनिया का सबसे बड़ा आयातक है।
7- जापान में लगभग हर स्ट्रीट कॉर्नर पर एक वेंडिंग मशीन होती है। पूरे जापान में लगभग साढ़े 55 लाख वेंडिंग मशीने हैं। ये ऐसी वेंडिंग मशीनें हैं जो बीयर, गर्म और ठंडी डिब्बाबंद कॉफी, सिगरेट, शराब, कंडोम, कॉमिक बुक्स, हॉट डॉग, लाइट बल्ब, चावल के बैग, टॉयलेट पेपर, छाते, फिश बैट, फ्रेश अंडे, पोर्न मैगज़ीन और यहां तक कि इस्तेमाल हुई महिलाओं के अंडरवियर भी डिलीवर करती हैं।
8- जापान में, Japankunoshima नाम का एक आइलैंड है जो खरगोशों से भरा पड़ा है। इन खरगोशों को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहाँ पर पॉइजन गैस की टेस्टिंग करने के लिए लाया गया था।
9- दुनिया में जापान के बाहर सबसे ज्यादा जापानी ब्राज़ील में रहते हैं। जापानियों के पास बच्चे से ज्यादा पालतू जानवर होते हैं।
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10- जापान दुनिया में सबसे बड़ा गाड़ियां बनाने वाला देश है। जापानी कंपनी टोयोटा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी है। इसे Kiichiro Toyoda द्वारा स्थापित किया गया था, जिन्होंने “टा” के लिए “दा” को बदल दिया क्योंकि यह बोलने में क्लियर लगता है।