हरियाणा: एक ऐसा गैंग जो हत्या करके फेसबुक पर पोस्ट डालके लोगों की सहानुभूति लेता है, जाने-

1024

हरियाणा में एक मोस्ट वांटेड पुलिस हवलदार का बेटा और उसकी गैंग ऐसी कार्रवाई कर रहें हैं जैसे वे सब कोई मसीहा हैं और दबे कुचलों को न्याय दिलाने की कोशिश कर रहें हैं। इनका गैंग आरोपी व्यक्तियों को मारता है। यह गैंग समाज में व्याप्त बुरे व्यक्तियों को मारता है। आइये इस बारें में विस्तार से जानते हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के अनुसार, “इस गैंग में नैतिक न्याय की भावना देखी गई है। क्योकि आज से दो साल पहले, उन्होंने खखरौदा में एक व्यक्ति को मार डाला क्योंकि उस पर बलात्कार का आरोप लगाया गया था। उन्होंने इसे नैतिक आधार पर सही ठहराने की कोशिश की, जैसे वे समाज से बुराई को मिटा रहे थे।”

इस बारें में डीआईजी (स्पेशल टास्क फोर्स) सतीश बालन ने बताया, “इस गैंग में शामिल लोग न तो ड्रग्स नहीं लेते हैं और न ही शराब पीते हैं। वे शारीरिक रूप से बहुत फिट भी रहते हैं। उनके ज्यादातर अपराध गैंग प्रतिद्वंद्विता या जबरन वसूली पर थे।”

g 1 1 -

इस गैंग का सरदार जिसका नाम पवन है वह एक दिल्ली पुलिस के एक हवलदार का बेटा है। पवन 2012 में 28 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में घुसा। इससे पहले वह सोनीपत के नाहरा गाँव में रहता था।

इसके बाद सात साल में उनका आपराधिक रिकॉर्ड तेजी से बढ़ा। उसके खिलाफ 11 हत्याओं सहित 33 मामले, हत्या के दो प्रयास और दिल्ली-एनसीआर में 20 लूट के मामलें दर्ज किये गए। इन सब मामलों में वह जेल भी गया लेकिन 2017 में बाहर आ गया। उसने फिर हिंसक अपराधों को आगे बढ़ाया।

बालन ने कहा, “2017 में उन्होंने हत्या करना शुरू किया। पुलिस ने उसके ठिकाने के बारे में जानकारी के लिए 2 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की।

g 02 -

डीआईजी ने बताया कि यह गिरोह आरोपी व्यक्तियों को लगभग 20-25 बार इसलिए मारता है ताकि उनके आतंक की भावना सबमें बनी रहे।”

यह भी पढ़ें: पिता ही क्यों बन रहें है अपनी ही मासूम बच्चियों के काल ?

हैरानी की बात यह कि ऐसा करने के बाद, वे इसे फेसबुक पर पोस्ट करते हैं। उनके पास एक फेसबुक पेज है जहां वे अक्सर अपने अपराधों के बारे में पोस्ट डालते हैं … वे आमतौर पर ऐसा करते हैं। जब उन्हें लगता है कि पुलिस अब उन्हें गिरफ्तार करने वाली है तो वह लोगों की सिम्पथी पाने के लिए एक कहानी फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हैं। इससे वे जनता की सहानुभूति चाहते हैं पुलिस को ऐसा बताते हैं कि जैसे पुलिस वाले ही हत्यारे हैं।