यूपी में नाबालिग से गैंगरेप

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यूपी में नाबालिग से गैंगरेप
यूपी में नाबालिग से गैंगरेप

यूपी में महिलाओं से संबंधित वारदातें थमने के नाम ही नहीं ले रही है। यूपी में आए दिन बलात्कार, छेंड़छाड़ आदि महिलाओं से संबंधित अपराधों को अंजाम दिया जाता है। यूपी की लड़कियों को हर समय यह डर सताता रहता है कि उनके साथ भी कोई घटना न घट जाए। डर हो भी क्यों न,क्योंकि जिस तरह से प्रदेश का माहौल दिन-प्रतिदिन बदलता जा रहा है, ऐसे में उनका डरना तो स्वाभाविक सी बात है। यूपी में होने वाले अपराधों से तो शायद ही कोई अंजान होगा। यूपी में महिलाओं के साथ बदसलूकी, रेप, छेड़छाड़ का मामला तो आए दिन सुर्खियों में रहती है।

यूपी में बढ़ते वारदातों का शिकार आज फिर से एक नाबालिग हुई। जी हाँ, यूपी के बुंदेलखंड के जालौन जिले में दो मनचलों ने एक नाबालिग लड़की को अपना शिकार बनाया। खबर के मुताबिक, किशोरी को घर से बहला फुंसलाकर दो युवक खेत पर ले गए और वहाँ मनचलों ने नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। घर पहुंचकर किशोरी ने परिजनों को आपबीती बताई। जब किशोरी के परिजनों ने मनचलों के परिजनों को शिकायत की तो, मनचलों के परिजनों ने मारपीट करनी शुरू कर दी। पीड़िता के परिजनों ने मामलें की सूचना पुलिस को दी। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही पुलिस किशोरी को अस्पताल ले गई।

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब कोई मासूम किसी दरिंदें के हवस का शिकार बनी हो। ऐसे मामलें हजारों सुनने को मिलते है। यूपी की योगी सरकार जहाँ एक तरफ एंटी रोमियो अधिनियम के तहत महिलाओं की सुरक्षा का दावा पेश कर रही है, वहीं इस तरह के होनी वाली घटनाएं यूपी सरकार के दावें खोखले साबित हो रहे है। यूपी मे योगी सरकार के आने से प्रदेश में हलचल थी कि यूपी अब अपराध मुक्त हो जाएगी, लेकिन इस तरह की घटनाओं से यूपी के लोगों को एक बार फिर से निराशा ही हाथ लगी है।

बात सिर्फ यूपी की ही नहीं, देश के अलग-अलग हिस्सों में इस तरह के संगीन वारदातों को अंजाम दिया जाता है। देश की राजधानी में भी इस तरह के वारदातों के आकड़े बहुत ही ज्यादा है। आए दिन मासूम बच्चियों, लड़कियों और महिलाओं के साथ होने वाले दुष्कर्म देश-प्रदेश के कानून व्यवस्था को झकझोंर कर रख देती हैं। सवाल यही उठता है कि आखिर कब तक महिलाएं इस तरह के अपराधों से जूझती रहेंगी? आखिर क्या कसूर है उन मासूमों का, जिन्हें दरिंदे अपने हवस का शिकार बनाते है? क्या हमारे देश-प्रदेश की कानून व्यवस्था इतनी लाचार हो गई है, कि महिलाओं, बच्चियों और लड़कियों को सुरक्षा देने में भी सक्षम नहीं है?