Ghaziabad News: आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबर ठग पंकज तलवार, एटीएम हैकर गैंग की करता था मदद

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Ghaziabad News: आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ा साइबर ठग पंकज तलवार, एटीएम हैकर गैंग की करता था मदद

गाजियाबाद
एटीएम हैकरों को फर्जी सिम और एटीएम कार्ड मुहैया कराने वाला शातिर पंकज तलवार आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। आरोप है कि उसने देश के 5 राज्यों में अपने विभिन्न फर्जी आधार कार्ड व वोटर आईडी कार्ड बनवा रखे हैं। उसी के आधार पर अब तक लगभग 100 फर्जी खाते खुलवाकर 200 सिम कार्ड एक्टिवेट कराकर हैकरों के 10 गिरोह के बदमाशों को बेच देता था।

इसके बदले में वह प्रति सिम कार्ड 1 हजार रुपये और प्रति एटीएम कार्ड 5 हजार रुपये लेता था। गिरफ्तार आरोपी पूर्व में भी विदेशी लोगों से साइबर फ्रॉड के मामले में साइबर सेल गाजियाबाद द्वारा जेल भेजा जा चुका है। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और आरसी के अलावा पासबुक बरामद की है। पूछताछ के बाद इंदिरापुरम पुलिस ने उसके अन्य साथियों की तलाश शुरू कर दी है।

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साइबर सेल के नोडल अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि आरोपी पंकज तलवार शालीमार गार्डन के निधि अपार्टमेंट में रह रहा था, वहीं से उसे गिरफ्तार किया गया है। पंकज एटीएम हैकरों के साथ मिलकर घटनाओं को अंजाम देता था। उन्हें फर्जी कागजात से लेकर फर्जी एटीएम कार्ड व सिम भी उपलब्ध कराता था। पंकज के पास से 5 अलग-अलग राज्यों के फर्जी आधार कार्ड और पहचान पत्र भी बरामद हुए हैं, जिसके आधार पर वह दिल्ली-एनसीआर के अलावा देश के कोने-कोने में विभिन्न बैंकों में अलग-अलग नाम और पते पर फर्जी खाते खुलवाता था।

वारदात से पहले एटीएम को कर देता था ब्लॉक

सीओ ने बताया कि शातिर दिमाग पंकज वारदात करने से पहले ही एटीएम को ब्लॉक कर देता था, जिससे हैकर जब भी वारदात करने जाते थे, तो पुलिस से बचने के लिए वह पैसे निकालते वक्त एटीएम ब्लॉक होने का बहाना बना देते थे। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि पंकज एनसीआर के 10 एटीएम हैकरों को फर्जी सिम कार्ड व एटीएम सैंकड़ों की तादाद में उपलब्ध करा चुका है।

मुंबई की निजी कंपनी में करता था काम, वहीं पर ठगों से हुआ संपर्क

साइबर सेल के प्रभारी उपनिरीक्षक सुमित कुमार ने बताया कि पंकज पूर्व में मुंबई की निजी कंपनी में नौकरी करता था। नौकरी के दौरान ही वह गिरोह के संपर्क में आया था। सबसे पहले उसने अपने बेटे अक्षय तलवार को भी ठगी के गिरोह में डाला था। अक्षय को साइबर सेल ने विदेशी नागरिकों के साथ साइबर ठगी करने के आरोप में जेल भेजा था। फिलहाल पुलिस टीम अब गिरोह के अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।

खंगाली जा रही है आपराधिक कुंडली

पंकज तलवार की जहां पुलिस को काफी समय से तलाश थी, वहीं अब इतने बड़े खुलासे होने के बाद पुलिस की टीमें उसकी आपराधिक कुंडली खंगालने में जुटी हैं। साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि उक्त अपराधी अब तक कितनी वारदात में हैकरों को फर्जी सिम, आधार, वोटर कार्ड व एटीएम उपलब्ध करा चुका है।

प्रतीकात्मक तस्वीर

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