इतिहास में घटित हो चुकी ऐतिहासिक व प्रेरित घटनाओं को गूगल हमेशा डूडल के ज़रिए बढ़ावा देता रहा है। आज यानी 4 जून 2019 को गूगल ने अपने होम पेज पर बनाए ख़ास डूडल को LGBTQ (गे, लेस्बियन, ट्रांसजेंडर, बायसेक्सुएल और क्वीर) समुदाय को भेंट किया है। बता दें कि यह समुदाय जून के महीने को उत्सव के तौर पर मनाता है।
LGBTQ+ समुदाय का समाज में अपनी स्वीकार्यता व अपने अधिकारों को लेकर लगातार संघर्ष जारी रहा है और 1950-60 के दशक में अमेरिका में LGBTQ+ समुदाय के लोग ने सड़को पर उतरकर अपने हक़ की आवाज़ को लेकर जो लड़ाई शुरू की थी, उसे तब प्राइड परेड का नाम दिया गया था। उसी प्राइड परेड को आज 50 साल पूरे हो गए हैं। प्राइड परेड के 50 साल पूरे होने के मौक़े पर गूगल ने डूडल के ज़रिए LGBTQ+ समुदाय के 50 साल के सफर को दस-दस साल के अंतराल में दिखाया है।
दरअसल, दुनियाभर के अधिकतर देशों में समलैंगिकता को आज भी अपराध माना जाता है और इस समुदाय से संबंध रखने वाले लोगों को कई बार सामाजिक बहिष्कार का सामना भी करना पड़ता है। ऐसे में गूगल ने डूडल के ज़रिए LGBTQ+ समुदाय के संघर्ष के सफर को पेश करके लोगों के सामने मानवता की मिसाल क़ायम की है। मगर इतनी लड़ाई, इतना कड़ा संघर्ष करने के बावजूद भी इस समुदाय को समाज में वह स्थान नहीं मिल सका है, जिसके सपने ये समुदाय देखता है।