गूगल ने हैकर्स को इन्टरनेट को सुरक्षित रखने के लिए दिए लगभग 50 Cr रुपये

417
Google Hacking
Google Hacking

अगर गलत तरीके से हैकिंग की जाए तो यह एक तरह से जुर्म होता है। लेकिन यह हैकिंग अगर सॉफ्टवेयर कंपनियों के लिए किया जाए तो हैकर्स को रिवॉर्ड मिल सकता है। ऐसा किया है गूगल ने।

गूगल ने दिया इनाम

दरअसल गूगल ने इंटरनेट को सुरक्षित रखने के लिए 2019 में करीब करीब 46.5 करोड़ रुपये की रकम हैकर्स को इनाम के तौर पर दी है।

कंपनी के वल्नरेबिलिटी रिवॉर्ड प्रोग्राम्स ‘Vulnerability Reward Programs’ (VRPs) में हैकर्स को गूगल प्रॉडक्ट्स में सिक्यॉरिटी फ्लॉ और बग्स का पता लगाने के बदले रिवॉर्ड दिए गए हैं।

इन प्रॉडक्ट्स में गूगल क्रोम से लेकर ऐंड्रॉयड तक शामिल हैं और ऐसा करने के पीछे गूगल का लक्ष्य अपने प्रॉडक्ट्स को यूजर्स के लिए सुरक्षित बनाना है।

2020 के बाद से ही अपने VRPs को अडिशनल गूगल प्रॉडक्ट एरिया के लिए बढ़ा दिया है, जिसमें क्रोम, ऐंड्रॉयड और प्रॉडक्ट्स के गलत इस्तेमाल को शामिल किया गया है।

11 1 -

बढ़ाई गई इनाम की रकम

गूगल ने कहा कि रिसर्चर्स की ओर से अब तक की सबसे ज्यादा करीब 3.56 करोड़ रुपये की रकम चैरिटी के लिए दी गई है। इनाम को लेकर गूगल ने कहा कि इनाम का मैक्सिमम बेसलाइन अमाउंट क्रोम के लिए 5,000 डॉलर से बढ़ाकर 15,000 डॉलर कर दिया गया है।

टाइटन-M चिप पर रिवॉर्ड

ऐंड्रॉयड सिक्यॉरिटी रिवॉर्ड्स के लिए गूगल अब फुल चेन रिमोट कोड एक्जक्यूशन और पिक्सल डिवाइसेज पर मिलने वाले टाइटन एम सिक्योर एलिमेंट्स के साथ छेड़छाड़ करने पर 1 मिलियन डॉलर तक का रिवॉर्ड ऑफर कर रहा है।

यह भी पढ़ें: विश्व ट्रैफिक इंडेक्स के टॉप 10 में भारत के 4 शहर, बेंगलुरु No-1 पर

नए पिक्सल डिवाइसेज में दी गई टाइटन-एम चिप दरअसल एक इंटरप्राइज ग्रेड सिक्यॉरिटी चिप है, जिसे गूगल स्मार्टफोन्स के लिए कस्टम बिल्ड किया गया है।