कांग्रेस पार्टी इस समय बहुत ही बुरे दौर से गुज़र रही है। चुनाव में जहाँ हारने के बाद मंथन होना चाहिए वहाँ उसके कुछ विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो रहें हैं। लोकसभा चुनाव के नतीजों में करारी हार के बाद कांग्रेस पार्टी को एक झटका लगा हैं।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और कर्नाटक में सरकार की स्थिरता पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्षी पार्टी भाजपा इन तीनों राज्यों में कांग्रेस सरकार को गिराने की जुगत में हैं। इससे पहले कांग्रेस को गुजरात से झटका लगा है। गुजरात में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए चार विधायक उपचुनाव में जीत गए है। इन चारों के भाजपा में शामिल होने के बाद गुजरात में 182 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के विधायकों की संख्या बढ़कर 104 पर पहुंच गई है। विधानसभा के अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने सभी चार विधायकों को मंगलवार को शपथ दिलाई।
उपचुनाव में जीतकर शपथ लेने वाले चारों विधायक के नाम हैं- जवाहर चावड़ा, पुरुषोत्तम साबरिया, राघवजी पटेल और आशा पटेल हैं। चारों विधायक माणावदर, ध्रांगध्रा, जामनगर (ग्रामीण) और ऊंझा विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीते हैं। इन सीटों पर उपचुनाव 23 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के साथ हुए थे जिनके नतीजे 23 मई को घोषित किए गए थे।
इससे पहले कांग्रेस के लिए गुजरात से खबर आई थी कि अल्पेश ठाकोर दो विधायक को लेकर भाजपा में शामिल होने जा रहे है। ऐसा ही हाल पश्चिम बंगाल में भी जहाँ TMC के कई पार्षद कल भाजपा में शामिल हो गए। गौरतलब है कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में गुजरात में एक भी सीट नहीं जीत पायी।