सपा-बसपा गठबंधन की लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व बसपा प्रमुख मायावती आमने सामने हो गए हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ने कहा कि इंजीनियर हूं, एक प्रयोग किया था, ज़रूरी नहीं कि हमेशा सफल रहूं।
इस दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि जब आप कुछ नया करते हैं तो भले ही कामयाबी न मिले, लेकिन काफी कुछ सीखने को मिलता है। उन्होंने बसपा प्रमुख मायावती के प्रति सम्मान जताते हुए कहा कि जो पहले दिन कहा था कि हमारा उनके प्रति हमेशा रहेगा, वह आज भी कहता हूं। काम करने के तरीक़े बदल सकते हैं, लेकिन सम्मान में कोई कमी नहीं आएगी।
उसके बाद, उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी और हमारा बसपा सुप्रीमो मायावती के प्रति सम्मान हमेशा बना रहेगा। उन्होंने राजनीतिक फ़ैसला कर लिया है तो उसके के लिए बधाई देता हूं।
अकेले चुनाव लड़ने के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि पार्टी के नेताओं से बातचीत कर इस पर फ़ैसला लेंग। हालांकि, बसपा के उपचुनाव में अकेले लड़ने के फैसले के बाद, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी कहा था कि उनकी पार्टी भी उपचुनाव में अकेले उतरेगी। बता दें कि यूपी की 11 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं।